रक्षा मंत्रालय का जूनियर कमीशंड ऑफिसर बना डंडई का लाल

जितेन्द्र यादव
डंडई: गांव के रूपेश राज वर्मा को इस बात का आभास तक नहीं था कि वह एक दिन एक वर्दी पहन कर भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय में जूनियर कमीशंड ऑफिसर बनकर देश की सेवा करेंगे।
लेकिन वर्ष 2010 में आटा चक्की में काम करने वाले पिता के आर्थिक परेशानियों को देखते हुए उन्होंने मन बना लिया कि उन्हें कुछ बड़ा करना है। उसे एक ऑफिसर बनने की तमन्ना थी और उनका यह सपना पूरा हो गया। जब रूपेश राज वर्मा ऑफिसर बनाकर घर पहुंचे तो स्वजनों सहित गांव वालों ने उनका भव्य स्वागत किया।
गांव में खबर मिलते ही लोग बधाई देने उनके घर तक पहुंचे। पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि महेश्वर राम, विधायक प्रतिनिधि दिनेश राम, अलख निरंजन प्रसाद, दीनानाथ प्रसाद तथा संगे संबंधी लोग घर पहुंच कर उन्हें बधाइयां दी।
डंडई गांव से पहले जूनियर कमीशंड ऑफिसर बने रुपेश ने बताया कि उनके पिता राम लखन शाह आटा चक्की मिल चलाते है और मां प्रभावती देवी गृहणी है। बताया कि 12वीं तक गृह जिला में पढ़ाई करने के बाद सिविल से बीटेक के पढ़ाई कर एसएससी की तैयारी में लग गए।
एसएससी जेई 2022 के परीक्षा में शामिल हुआ। एसएससी जेई का परीक्षा बी.आर.ओ सिविल में ए.आई.आर 260 के साथ उत्तीर्ण हुए। तत्पश्चात्स भारत सरकार रक्षा मंत्रालय में बी.आर.ओ जेई जूनियर कमीशंड ऑफिसर के रूप में सितंबर 2023 में जॉइनिंग हुआ।
रूपेश ने कहा कि लक्ष्य को लेकर पढ़ाई करने से सफलता एक दिन जरूर मिलती है। पिता राम लखन शाह ने बताया कि एक पिता के लिए इससे खुशी की बात क्या हो सकती है। गांव से पढ़कर बेटा भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय में जूनियर कमीशंड ऑफिसर बना।