पीटीआर में बाघ और हाथी का शिकार करने वाले 9 शिकारी गिरफ्तार

8 देशी भरठुआ बंदूक, बारूद, बाघ ट्रैप करने वाला फंदा एवं वन्य जीव के अवशेष समेत कई सामान बरामद
बंशीधर न्यूज
मेदिनीनगर : वन विभाग की टीम ने पीटीआर में बाघ और हाथी समेत अन्य वन्य जीवों के शिकार करने वाले बहुत बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। विभाग ने इसमें संलिप्त 9 शिकारियों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए लोगों के पास से 8 देशी भरठुआ बंदूक, बारूद, बाघ ट्रैप करने वाला फंदा एवं वन्य जीव के अवशेष समेत कई सामान बरामद किए गए हैं। 13 शिकारी अभी भी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी तेज की गयी है। बुधवार को इस आशय की जानकारी पीटीआर के उपनिदेशक प्रजेशकांत जेना ने प्रेसवार्ता के दौरान दी।
जानकारी के अनुसार विगत दिनों पूर्व पीटीआर में हिरण का शिकार करने के आरोप में गिरफ्तार आरोपी ने पीटीआर प्रबंधन को बारूद सप्लाई करने वालों की जानकारी दी थी। उक्त सूचना के आलोक में वन विभाग ने पीटीआर क्षेत्र अंतर्गत नावागढ़ में सरफुद्दीन मियां नामक बारूद सप्लायर को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान सरफुद्दीन मियां ने भरठुआ बंदूक में भरने के लिए शिकारी को बारूद एवं गंधक बेचने की जानकारी दी और कई शिकारियों के नाम बताए।
सरफुद्दीन की निशानदेही पर वन विभाग की टीम ने आठ शिकारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार शिकारी तपेश्वर सिंह, रामसुंदर सिंह झमन सिंह, कइल भुईयां लातेहार के कुई गांव के रहने वाले हैं। जबकि अजीत सिंह और हरिचरण सिंह कारवाई गांव एवं रमन सिंह और पारसनाथ सिंह जुरूहार छिपादोहर के रहने वाले हैं।
श्री जेना ने बताया कि शिकारियों के पास से बरामद फंदा 21 सेंटीमीटर का है, जो बाघ के शिकार में इस्तेमाल होता है। उन्होंने बताया कि शिकारियों का एक लंबा लिंक है, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। शिकार करने के बाद बाघ को स्थानीय स्तर पर ही इस्तेमाल किया गया है। अभी तक आरोपियों द्वारा एक बाघ और एक हाथी के शिकार की जानकारी साझा की गई है।
गिरफ्तार तपेश्वर सिंह बाघ, हाथी के शिकार में माहिर
पीटीआर के उपनिदेशक कुमार आशीष ने बताया कि गिरफ्तार तपेश्वर सिंह बाघ, हाथी समेत कई वन्य जीवों का शिकार करने में माहिर हैं। उसके घर से ही बाघ को ट्रैप करने का फंदा बरामद हुआ है। उसने 10 वर्ष पहले पीटीआर में गारू जंगल के चंदवा चट्टान में बाघ का शिकार किया था। उन्होंने बताया कि शिकारियों के एक बड़े नेटवर्क की जानकारी मिली है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है। पकड़े गए सभी लोग वर्षों से जंगली सुअर, हिरण, चीतल समेत अन्य वन्य जीवों का शिकार करते रहे हैं।