पिस्तौल नहीं प्यार मुहब्बत दिखाकर सोने की अंगूठी लूटी

पिस्तौल नहीं प्यार मुहब्बत दिखाकर सोने की अंगूठी लूटी

बंशीधर न्यूज

गढ़वा : इन दिनों अपराधियों ने अपने लुट खसोट का स्वरूप बदल लिया है। अब वे पिस्तौल दिखाकर अथवा धमकी देकर नहीं बल्कि प्यार, मोहब्बत, अपनत्व और शुभचिंतक बनकर लुट को अंजाम दे रहे हैं। ऐसी ही एक लुट की घटना गढ़वा जिला मुख्यालय में एक प्रमुख व्यवसाई सह समासेवी नंद कुमार गुप्ता के साथ की गई है। दो अज्ञात ठगों ने मेन रोड स्थित उनके प्रतिष्ठान श्याम इंटरप्राईजेज में घुसकर उनकी सोने की दो अंगूठी की ठगी कर ली।

उन्होंने इसकी प्राथमिकी कराई है।एसडीपीओ नीरज कुमार और थाना प्रभारी सुनील तिवारी ने उनके प्रतिष्ठान में आकर निरीक्षण किया एवं सीसीडीसी फुटेज निकलवाकर ठगों की पहचान कराई।जानकारी के अनुसार सोमवार को करीब 3.50 बजे दो अज्ञात लोग उनके प्रतिष्ठान में आये। वे टॉफी से भरा एक डब्बा खरीदे और इधर उधर की बातों में उन्हें फंसाने लगे। इस दौरान उनकी सोने की दोनों अंगूठियों को उनकी अंगुली से निकलवा लिया और उसे एक कागज में लपेटकर उनके कैश काउंटर में रखने का नाटक किया।

वे स्वयं अपने हाथों से अंगूठी रखने के बहाने कैश काउंटर में रखे पैसे को बिखेर दिये थे। उसके बाद ठगों ने कहा कि पांच मिनट बाद कैश काउंटर में रखे अंगूठी को निकालकर पहन लीजियेगा। उसके बाद ठगों ने उनके पांव छूकर आशीर्वाद लिया और बाईक पर सवार होकर फरार हो गये। इस संबंध में व्यवसाई नंद कुमार गुप्ता ने बताया कि जब वह कैश काउंटर खोले तो उसमें अंगूठियां नहीं थी। उन्होंने बताया कि ठग उन्हें धीरे धीरे सम्मोहित कर लिये थे।

उन्हें आभास हो रहा था कि कुछ गलत हो रहा है फिर भी वह वही करते गये जो ठग कह रहे थे। उन्होंने बताया कि वह ठगों के कहने पर उन्हें छोड़ने दुकान से बाहर भी गये। प्रणाम के बदले उन्होंने उन्हें उनके व्यवसाय में सफल होने का आशीर्वाद भी दिया। उन्होंने बताया कि अंगूठी के गायब होने के बाद वह घबरा गये। पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज निकालकर एक तस्वीर दिखाई। वह तस्वीर उन ठगों की ही थी जो उन्हें ठगने आये थे। उन्होंने इसकी प्राथमिकी दर्ज करा दी है।