श्री वंशीधर मंदिर में 196 वां वार्षिकोत्सव आज, षोडशोपचार विधि से होगा पूजन और सहस्त्रार्चन

श्री वंशीधर मंदिर में 196 वां वार्षिकोत्सव आज, षोडशोपचार विधि से होगा पूजन और सहस्त्रार्चन

बंशीधर न्यूज

श्री बंशीधर नगर : श्री वंशीधर मंदिर में आज 196 वां वार्षिकोत्सव मनाया जायेगा। इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। मंदिर को विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया गया है। झालर और लाईटिंग की भी व्यवस्था की गई है। बसंत पंचमी के दिन श्री बंशीधर मंदिर में विग्रह के रूप में अर्चावतार विराजमान श्री राधा वंशीधर जी की प्रतिमा का 196 वां प्राण प्रतिष्ठापन दिवस है।

ब्रह्ममुहूर्त में षोडशोपचार विधि से प्रातःकालीन पूजन और सहस्त्रार्चन के बाद विप्र वरण कार्यक्रम होगा। संध्या आरती के बाद मंदिर में श्री राधा वंशीधर जी को छप्पन भोग लगाया जायेगा। मंदिर में प्रातः काल से लेकर संध्या आरती तक युगल सरकार के दर्शन पूजन करने के लिये आने वाले श्रद्धालुओं के लिये प्रसाद के लिये विशेष व्यवस्था की गई है।

वार्षिकोत्सव को सफल बनाने में ट्रस्टी राजेश प्रताप देव व्यवस्थापक सुरेश विश्वकर्मा, सुजीत लाल अग्रवाल जुटे हुये हैं। यहां बता दें कि आज से 196 वर्ष पूर्व श्री वंशीधर जी स्वयं श्री वंशीधर धाम में आकर विराजमान हुये हैं। उन्होंने स्वप्न में नगरगढ़ की राजमाता शिवमानी देवी से यहां आने की इच्छा व्यक्त की थी।

भगवान की इच्छानुसार शिवमानी देवी ने महुली (सोनभद्र यूपी) में स्थित शिव पहाड़ी में खुदाई कराई और भगवान की अदभुत प्रतिमा को निकाला तथा बाजे गाजे के साथ हाथी पर बिठाकर यहां लाया। तदुपरांत राधारानी मां की प्रतिमा वाराणसी से मंगाई। 21 जनवरी 1828 को वसंत पंचमी के दिन श्री राधा वंशीधर जी की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा कराई। जिसके बाद मंदिर में शुरू हुआ पूजन दर्शन अनवरत जारी है। यहां प्रतिवर्ष असंख्य लोग भगवान का दर्शन पूजन कर मनवांछित फल प्राप्त करते हैं।