डंडई में श्रमधान कार्ड बनाने के नाम पर अवैध वसूली

डंडई में श्रमधान कार्ड बनाने के नाम पर अवैध वसूली

जितेंद्र यादव

डंडई: प्रखंड क्षेत्र में प्रज्ञा केंद्रों और ग्रामीण कंप्यूटर दुकानों द्वारा श्रमधान कार्ड बनाने के नाम पर अवैध वसूली जारी है। संचालक सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुपों में अफवाह फैलाकर ग्रामीणों को तीन माह में खाते में ₹5000 मिलने का झांसा दे रहे हैं। इस झांसे में आकर ग्रामीण, विशेषकर महिलाएं, अपने दस्तावेज लेकर केंद्रों पर पहुंच रही हैं। इन केंद्रों पर महिलाओं से फॉर्म भरने के नाम पर 200 से 500 रुपये तक की राशि वसूली जा रही है।

अफवाह फैलने के कारण प्रतिदिन रारो, करके, डंडई और जरही सहित कई गांवों के सीएससी केंद्र और कंप्यूटर दुकानों पर महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है। रानी देवी, फुलवा देवी और कांति देवी सहित कई महिलाओं ने बताया कि चारों ओर श्रमधान कार्ड बनाने की चर्चा है और कई लोगों ने कार्ड बनवा भी लिया है। महिलाओं ने कहा कि सोशल मीडिया पर यह जानकारी मिली कि कार्ड बनने के तीन महीने बाद 5000 रुपये मिलेंगे।

इधर, करके गांव की कई महिलाओं ने बताया कि उनके गांव में भी “ श्रमधान कार्ड” बनवाए जा रहे हैं और कई महिलाओं ने इसे बनवा लिया है। करके गांव के सीएससी संचालक अजय चौधरी और मेराज अंसारी ने स्वीकार किया कि वे भी श्रमधान कार्ड बना रहे हैं।उन्होंने बताया कि अन्य प्रज्ञा केंद्र भी यही कार्य कर रहे हैं, इसलिए वे भी महिलाओं के आधार कार्ड, बैंक पासबुक और फोटो लेकर ऑनलाइन फॉर्म भर रहे हैं।

संचालकों ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि यह कार्ड किसके निर्देश पर बन रहा है, लेकिन सभी लोग बना रहे हैं, इसलिए वे भी बना रहे हैं। इधर, प्रखंड विकास पदाधिकारी देवलाल करमाली ने श्रमधान कार्ड से जुड़े मामले पर कहा कि उन्हें जिला स्तर से कोई निर्देश नहीं मिला है और प्रखंड कार्यालय इस योजना के तहत कोई काम नहीं कर रहा है।उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी भी व्यक्ति या संचालक द्वारा श्रमधान कार्ड बनाने के नाम पर पैसे वसूले जा रहे हैं, तो इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी ।