संविधान बचाव संघर्ष समिति की ओर से निकाली गई जन आक्रोश रैली

न्यायमूर्ति पर जूता फेंकना लोकतंत्र और न्यायपालिका की गरिमा पर सीधा हमला : समिति
बंशीधर न्यूज
श्री बंशीधर नगर : संविधान बचाव संघर्ष समिति के तत्वावधान में जन आक्रोश रैली निकाली गई। रैली के दौरान सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति बीआर गवई पर वकील द्वारा जूता फेंकने की घटना की कड़ी निंदा की गई। समिति ने इस घटना को लोकतंत्र और न्यायपालिका की गरिमा पर सीधा हमला बताया। उपस्थित सदस्यों ने कहा कि यह घटना न केवल एक न्यायमूर्ति के प्रति अपमान है, बल्कि भारतीय संविधान की मूल भावना पर भी गहरी चोट है।
बैठक के उपरांत समिति के प्रतिनिधिमंडल ने एसडीओ प्रभाकर मिर्धा को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिये ठोस और प्रभावी कदम उठाने की मांग की गई। साथ ही दोषियों को कड़ी सजा देने की भी मांग की गई। उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा कि संविधान की गरिमा की रक्षा करना प्रत्येक नागरिक का नैतिक कर्तव्य है और इस दिशा में राज्यपाल से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा की गई।
बैठक में राजद नेता अभय पांडेय, झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर पांडेय, कांग्रेस के मानिक राम, आजाद समाज पार्टी के विधायक प्रत्याशी रोशन कुमार चंद्रवंशी, झामुमो की कोषाध्यक्ष किरण देवी, जिपस बाला रानी, कामता प्रसाद, प्रमोद कुमार सहित विभिन्न दलों के कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। इसके पूर्व समिति के लोगों ने श्री बंशीधर मंदिर से लेकर अनुमंडल कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाली तथा जमकर नारेबाजी की। रैली में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।