पुरी धाम की दंडवत यात्रा पर निकले राजस्थान के हरि सिंह 3,500 किमी की दूरी तय कर पहुंचे खूंटी

पुरी धाम की दंडवत यात्रा पर निकले राजस्थान के हरि सिंह 3,500 किमी की दूरी तय कर पहुंचे खूंटी

हर दिन तय करते हैं चार से पांच किमी की यात्रा

बंशीधर न्यूज

खूंटी: कहा जाता है कि भक्ति में शक्ति होती है। यदि कोई भक्तिभाव और सच्चे मन से कुछ ठान ले तो उसे वह हर हाल में पूरा कर ही लेता है। ऐसे ही एक हठयोगी का शुक्रवार को तोरपा आगमन हुआ, जो 16 महीने से जमीन पर लेटकर दंडवत प्रणाम करते हुए 4,000 किलोमीटर की पुरी धाम की यात्रा पर निकले हैं। राजस्थान के इस शख्स के तोरपा पहुंचने पर लोगों ने उनका स्वागत किया।

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के जौहरैया, मालियो की चौकी अमरगढ़, गंगपुर के रहने वाले 48 वर्षीय हरि सिंह ने जनवरी, 2023 से दंडवत यात्रा की शुरूआत की। हरि सिंह कभी पैदल नहीं चलते। चटाई के सहारे वे जमीन पर दंडवत प्रणाम करते हैं और फिर उठकर फिर उसी क्रिया को दुहराते हैं। हरिसिंह ने कहा कि एक दिन में वे चार से पांच किलोमीटर की दूरी तय करते हैं।

सोलह महीने की यात्रा के दौरान उनके तीस जोड़ी कपड़े फट चुके हैं। भक्त रास्ते में भोजन और वस्त्र आदि दे देते हैं। हरि सिंह अपने साथ न कंबल रखते हैं और न ही कोई अन्य सामान। कुर्ता-पैजामा के सहारे ही जाड़ा, गर्मी और बरसात सभी मौसम पार हो जाते हैं। पैरों में न जूते हैं और न चप्पल। नंगे पांव चलने वाले हरि सिंह बताते हैं कि जहां थकावट होती है, वहीं आराम कर लेते हैं, चाहे जंगल हो या गांव।

उन्होंने कहा कि उन्हें किसी बात का भय नहीं है। उनका अंतिम पड़ाव ओडिशा के पुरी धाम है। वहां पहुंचकर जगन्नाथ महाप्रभु का दर्शन कर विश्व में शांति और खुशहाली के लिए वे श्रीहरि से प्रार्थना करेंगे।

3500 किमी की यात्रा कर चुके हैं हरि सिंह

हरि सिंह कहते हैं अभी तक वे लगभग 3,500 किलोमीटर की दंडवत यात्रा कर चुके हैं और पांच सौ किमी की यात्रा तय करने के बाद वे पुरी पहुंचे जायेंगे। उन्होंने कहा कि अब तक वह अयोध्या, वृंदावन, काशी विश्वनाथ के दर्शन करते हुए बिहार पहुंचे और इस समय वे झारखंड की पावन भूमि में हैं। हरि सिंह ने कहा कि उनके परिवार में पत्नी, दो पुत्र और एक पोता है।