पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्र भाजपा में शामिल, कांग्रेसी बोले-अब पार्टी से गुटबाजी खत्म

पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्र भाजपा में शामिल, कांग्रेसी बोले-अब पार्टी से गुटबाजी खत्म

बंशीधर न्यूज

वाराणसी: वाराणसी के पूर्व सांसद और कांग्रेस के स्थानीय वरिष्ठ नेता डॉ. राजेश मिश्र भाजपा में शामिल हो गए है। डॉ. मिश्र ने भाजपा के दिल्ली स्थित केन्द्रीय कार्यालय में दल की सदस्यता ली। डॉ. राजेश मिश्र के भाजपा में जाने से कांग्रेस को वाराणसी सहित पूर्वांचल में बड़ा झटका लगा है। उधर,डॉ. राजेश मिश्र के भाजपा में जाने के बाद कांग्रेस के स्थानीय महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

चौबे ने कहा कि राजेश मिश्र के भाजपा में जाने से कांग्रेस का कोई नुकसान नहीं हुआ है,बल्कि अब पार्टी के अंदर गुटबाजी खत्म हो गई । कांग्रेस ने बहुत सम्मान राजेश मिश्रा को दिया । जब पार्टी के लिए संघर्ष का समय है तो डॉ. मिश्र ने पार्टी छोड़ दी। कांग्रेस ने उन्हें एमएलसी बनाया,1999 में लोकसभा का टिकट दिया चुनाव हारे ,2004 में पुनः टिकट मिला चुनाव जीते ,फिर अपने भाई बृजेश मिश्रा को कांग्रेस से एमएलसी का चुनाव लड़वाये और पराजित हुए।

पुनः 2009 में लोकसभा का टिकट मिला, पराजित हुए। 2017 में वाराणसी शहर दक्षिणी विधानसभा का टिकट मिला, चुनाव हारे। 2019 में सलेमपुर लोकसभा मिली जहां यह जमानत बचाने में नाकाम रहे। 2022 में पुनः कैंट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और फिर पराजित हुए जमानत तक नहीं बची। इसके भी पार्टी ने इनको राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनावी कमेटी का सदस्य बनाया,आजीवन एआईसीसी सदस्य बनते रहे ,प्रदेश में महासचिव व उपाध्यक्ष रहे।

अन्य कमेटियों के भी हिस्सा रहे। हर चुनाव में हस्तक्षेप पर संगठन से लेकर टिकट बंटवारे तक इनकी भूमिका अहम रही है ।कांग्रेस ने इनको बहुत सम्मान दिया और अब जब कांग्रेस की सेवा करनी है, संघर्ष करना है तो चल पड़े । इसलिए काशीवासी इनका नाम आश्वासन गुरु रखे थे।

भाजपा वाले इनसे अपनी रक्षा करें क्योंकि यह संघर्ष के समय उनसे भी दामन छुड़ा लेंगे। कांग्रेस मजबूती से लोकसभा चुनाव लड़ेगी। राजेश मिश्रा के जाने से कोई फर्क पार्टी को नहीं पड़ेगा।