मां ने लिया था कर्ज, नहीं चुकाने पर बैंक कर्मी ने नाबालिग बेटे को किडनैप कर दो हफ्ते तक कब्जे में रखा

मां ने लिया था कर्ज, नहीं चुकाने पर बैंक कर्मी ने नाबालिग बेटे को किडनैप कर दो हफ्ते तक कब्जे में रखा
अपने बच्चे को मुक्त कराकर घर ले जाती मां

नीलू चौबे

श्री बंशीधर नगर : माइक्रो फाइनेंस बैंक के माध्यम से जिस महाजनी प्रथा से गरीबों को राहत देने एवं समूह के माध्यम से लोगों को छोटे कर्ज देकर उन्हें स्वावलंबी बनने की परिकल्पना की गई थी, वैसे माइक्रो फाईनेंस बैंक के कर्मी गरीबों का महाजनों से भी ज्यादा उनका शोषण करने लगे हैं।

ऐसा ही मामला श्री बंशीधर नगर शहर के हेन्हों मोड़ के निकट संचालित सैटिन माइक्रो फाईनेंस बैंक में सामने आया है। यहां एक मां के कर्ज नहीं चुका पाने पर उसके नाबालिग लड़के को किडनैप कर 14 दिनों तक बैंक में बंधक बनाये रखने का मामला है। हालांकि स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप एवं बच्चे की मां के द्वारा किसी तरह जुगाड़ कर 3 हजार रुपये बैंक मैनेजर को देने के बाद बच्चे को मुक्त किया गया।

नाबालिग भवनाथपुर थाना क्षेत्र के रोहनिया गांव का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक बच्चे की मां आशा देवी समूह के माध्यम से बैंक से कर्ज ली थी। कर्ज का पैसा समय पर वापस करने में देरी होने पर बैंक मैनेजर निगम यादव के द्वारा उन पर दबाव बनाया गया। किंतु पैसा जुगाड़ नहीं होने पर मैनेजर के द्वारा उसके 12 वर्षीय पुत्र को भवनाथपुर थाने के रोहिनियां गांव से श्री बंशीधर नगर लाकर बैंक में बंधक बना लिया गया तथा उसकी मां को बोला गया कि जब तक पैसा वापस नहीं होगा तब तक बेटा मेरे कब्जे में रहेगा।

मैनेजर के द्वारा 14 दिनों तक उक्त नाबालिग बच्चे को बैंक में रखा गया तथा उससे काम लिया गया। यहां तक की उससे जूठा बर्तन भी साफ कराया गया। इस दौरान उसकी मां ने बैंक पहुंच कर बैंक कर्मियों से अपने कलेजे के टुकड़े को छोड़ने की गुहार लगाई लेकिन कर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी। बुधवार को इसकी भनक जब स्थानीय लोगों को लगी तो लोगों ने बैंक पहुंच कर नाबालिग को मुक्त करने का दबाव बनाया तो बैंक कर्मियों में हड़कंप मच गया। बैंक कर्मियों के द्वारा बच्चे की मां से 3 हजार रुपये लेकर एवं शेष राशि को वापस करने के लिये लिखित लेकर बच्चे को मुक्त कर दिया।

उधर गुरुवार की शाम में इसकी जानकारी मिलने पर एसडीपीओ सत्येंद्र नारायण सिंह के निर्देश पर पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह एवं थाना प्रभारी आदित्य कुमार नायक ने बैंक पहुंच कर मामले की छानबीन की तथा बैंक के मैनेजर निगम यादव से थाने में पूछताछ की। इस संबंध में पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह ने कहा कि बच्चे को 14 दिनों तक बंधक बनाया जाना गंभीर मामला है। मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जायेगी।