जेएसएमडीसी के खोखा बालू घाट पर माइनिंग एक्ट की जमकर उड़ रही धज्जियां

ठेकेदार ने बड़े बड़े मशीनों से खनन कर सोन नद का सीना किया छलनी
बंशीधर न्यूज
श्री बंशीधर नगर : जेएसएमडीसी की ओर से संचालित खरौंधी प्रखंड के खोखा बालू घाट पर सोन नद से बालू उठाव में माइनिंग एक्ट की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। बालू उठाव के लिए अधिकृत ठेकेदार ने बड़े बड़े मशीनों से खनन कर सोन नद का सीना छलनी कर दिया है। सोन नद के गर्भ में दिन रात बेखौफ गरजती बड़ी बड़ी पोकलेन मशीन और नद में जगह जगह लगभग 20 से 25 बने गहरे गड्ढे चीख चीख कर नद और माइनिंग एक्ट दोनों की दुर्दशा की व्यथा कथा बयान कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार खोखा बालू घाट संचालन का जिम्मा झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड (जेएसएमडीसी) के हाथों में है। जेएसएमडीसी ने इसे माइनिंग नियमों और शर्तों के साथ लीज पर दिया है। लेकिन लीजधारक ठेकेदार माइनिंग नियमों को ताक पर रखकर खनन और उठाव कर रहे हैं।
खोखा में मेन रोड से सोन नद के भीतर सड़क बना दिया गया है। पोकलेन मशीन से नद में बालू का खनन कर हाइवा पर धुंआधार लोडिंग का काम किया जा रहा है। नाव के माध्यम से भी बालू का खनन किया जा रहा है। नाव में लगी मशीन के जरिए भी सोन नद में लगभग 20 से 25 फीट खुदाई कर बालू निकाला जा रहा है।
नाव के माध्यम से बालू निकाल रहे नाव के चालक जितेंद्र कुमार ने बताया कि सोन नदी में 20 से 25 फीट का खुदाई कर बालू निकाला जा रहा है। उसने बताया कि इस काम के लिए बालू घाट के ठेकेदार के आदेश पर गहराई से बालू निकाल रहे है। जिस कदर बालू का खनन हो रहा है उससे सोन नद के स्वरूप बिगड़ने का खतरा है।
बालू खनन के दौरान बने बड़े बड़े गढ्ढे में अनहोनी होने का अंदेशा है। आस पास के इलाकों और सोन तटीय क्षेत्रों में जलस्तर पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का खतरा है। बताया जाता है कि खोखा बालू घाट से प्रतिदिन सैकड़ों हाइवा बालू यूपी और झारखंड के विभिन्न स्थानों पर भेजा जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि हाइवा और टीपर में पासिंग से अधिक माल की ढुलाई धड़ल्ले की जा रही है। बुधवार को भी बड़ी संख्या में हाईवा बालू घाट पर लगे हुए थे जिसमे पोकलेन से बालू लादा जा रहा था।
खनन मामलों के जानकारों का कहना है कि जेएसएमडीसी का गठन देश के दूसरे राज्यों तेलंगाना आदि की तर्ज पर रोजगार का सृजन और सुरक्षित खनन के लिए हुआ था। मशीन से बालू खनन और उठाव होने से जेएसएमडीसी के गठन के उद्देश्यों पर पलीता लग रहा है।
जानकारों के अनुसार सोन नद से मजदूरों से ट्रैक्टर पर लोडिंग के बाद स्टॉक यार्ड में डंपिंग का प्रावधान है, लेकिन वहां सब कुछ गड़बड़ हो रहा है। पोकलेन द्वारा सीधे नद से बालू का खनन कर हाइवा लोड किया जा रहा है यह बहुत बड़ा अपराध है। मामले को पहले समझ लेते हैं, फिर इस विषय में जानकारी देंगे। राजेन्द्र उरांव, डीएमओ, गढ़वा