विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी पर एफआईआर दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला

विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी पर एफआईआर दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला
फाइल फोटो

संजय चौबे ने मेराल थाने में दर्ज कराया मामला

वायरल ऑडियो में विधायक द्वारा गाली गलौज किए जाने से जुड़ा है मामला

विधायक ने किया इंकार, कहा संजय चौबे को मैं जानता भी नहीं हूं, साजिश के तहत की गई है मेरी मिमिक्री

बंशीधर न्यूज

मेराल : मेराल थाने के हासनदाग गांव निवासी संजय कुमार चौबे ने गढ़वा से निर्वाचित भाजपा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी एवं तीसरटेटुका पंचायत के मुखिया पति जगजीवन राम के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर मेराल थाने में दर्ज हुआ है। संजय कुमार चौबे ने सत्येंद्र नाथ तिवारी एवं जगजीवन राम पर कथित गाली गलौज करने, धमकी देने तथा 35 लाख रुपए रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। दोनों के विरुद्ध बीएनएस की धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। 

क्या है मामला

संजय चौबे की ओर से थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि पेशका ऑफिस से बघेसर तक सड़क निर्माण कार्य का काम वे कर रहे हैं। विगत 27 दिसंबर के दोपहर लगभग ढाई बजे तीसरटेटुका पंचायत के मुखिया पति जगजीवन राम के मोबाईल से उनके पास फोन आया और वे पूछने लगे कि सीमेंट कम्पनी और विभाग से कोई जांच के लिए कोई आया था या नहीं? उनके हां कहने और आगे बातचीत होने के क्रम में गढ़वा विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी, जो संभवतः उनकी बातें सुन रहे थे उन्होंने फोन अपने हाथ में लेकर उन्हें गंदी गंदी गाली देने लगे और काम बंद करने की धमकी भी दी।

क्या है कारण

संजय चौबे ने घटना के कारण का उल्लेख करते हुए लिखा है कि पूर्व में भी विधायक सतेन्द्र नाथ तिवारी ने तीसर टेटुका मुखिया पति जगजीवन राम से बात करने के लिए कहा था। जगजीवन राम ने मुझसे मेरे द्वारा बनाए जा रहे पेशका से बघेसर स्कूल तक रोड निर्माण कार्य का टेंडर राशि करीब 7 करोड़ रूपये का पांच प्रतिशत यानी 35 लाख रूपए बतौर रंगदारी विधायक के पास जमा करने को कहा और मेरे मना करने पर सड़क निर्माण काम रोक देने और नहीं रोकने पर बर्बाद करने की धमकी दी थी। विधायक की ओर से काम बंद करने की धमकी मिलने पर मैं सड़क निर्माण कार्य बंद कर दिया था। इस दौरान जगजीवन राम ने कई बार विधायक के नाम पर 35 लाख रूपए का डिमांड किया था। विधायक की ओर से पुनः फोन पर धमकी और गाली सुनकर मैं पुरी तरह टूट चुका हूं। मैं तथा मेरे परिवार के सभी सदस्य काफी अपमानित एवं डरा हुआ महसूस कर रहें हैं और दशहत में जी रहे हैं। इस अपमान और भयादोहन से तंग आकर मेरे दिमाग में कई बार आत्महत्या करने का विचार आ रहा है, क्योंकि इस समय मैं बड़े कर्ज में डूबा हुआ हूं। काम बंद करने के कारण आय पर संकट होने की स्थिति में मेरे पास आत्महत्या के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं रहेगा और इस हालत में इसकी पूरी जिम्मेवारी विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी की होगी। जगजीवन राम ने मुझे यह भी धमकी दी है कि विधायक जी का निर्देश है जिसका भी उनके क्षेत्र में काम चल रहा है उनसे 5 प्रतिशत ले रहे हैं जो नहीं देगा उसको काम नहीं करने नहीं देंगे और हरिजन एक्ट का केस करा कर काम को जांच कराने के बहाने रोकवा देंगे। उग्रवादी के नाम पर मशीन में आग लगवा कर बर्बाद कर देंगे। संजय चौबे ने मुखिया पति जगजीवन राम व विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी पर उचित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर उचित कानूनी कार्रवाई करने तथा स्वयं एवं अपने परिवार के जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। आवेदन के साथ फोन पर दिए गए धमकी से संबंधित ऑडियो क्लिप की पेन ड्राइव दी है।

एफआईआर दर्ज कर हो रही जांच : थाना प्रभारी

इस मामले में पूछे जाने पर थाना प्रभारी विष्णुकांत ने कहा कि संजय चौबे द्वारा दिए गए आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर प्रोपर जांच की जा रही है।

साजिश के तहत की गई है मिमिक्री : विधायक

विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने कहा है कि वह मामले में अनभिज्ञ हैं। जिस ऑडियो की बात की जा रही है, उसमें उनकी आवाज ही नहीं है। यह विरोधियों की साजिश है।