विकास तिवारी ने वर्चस्व की लड़ाई में करायी पांडेय गिरोह के शूटरों की हत्या

विकास तिवारी ने वर्चस्व की लड़ाई में करायी पांडेय गिरोह के शूटरों की हत्या

बंशीधर न्यूज

पलामू: झारखंड के कुख्यात पांडेय गिरोह के शूटर और पतरातू के रहने वाले भरत सिंह उर्फ भरत पांडेय एवं दीपक साव उर्फ ढुल्ला का हत्या वर्चस्व की लड़ाई में हुआ। हत्या की सूचना मिलने पर भरत सिंह उर्फ भरत पांडेय का चचेरे भाई गौतम पाण्डेय सोमवार को पलामू पहुंचा एवं इस मामले में पुलिस को जानकारी दी। उसके बयान पर इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है।

बताते चलें कि रविवार की आधी रात पलामू जिले के चैनपुर थाना का गरदा गांव गोलियों से थर्रा उठा था। गांव के एक घर में अपराधी घुसे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी। इस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई। मरने वालों की पहचान भरत पांडेय और दीपक साव के रूप में हुई है। दोनों मोस्ट वांटेड अपराधी थे। इनका संबंध पतरातू के भोला पांडेय गिरोह से रहा है।

वहीं गोलीबारी में गरदा गांव के रहने वाले स्व. अमरेश सिंह का बेटा अंशु सिंह (19) और औरंगाबाद के पोला गांव का रहने वाला महावीर सिंह (38) गंभीर रूप से घायल हो गया है। दोनों को आनन-फानन में एमएमसीएच में रात एक बजे भर्ती कराया गया। अंशु को दोनों पैर और महावीर को हाथ में गोली लगी है। गौतम पाण्डेय का कहना है कि वर्चस्व की लड़ाई में कुख्यात अपराधी पांडेय गिरोह के विकास तिवारी ने भरत पांडेय उर्फ भरत सिंह और दीपक साव उर्फ ढल्ला की हत्या कराई है।

भरत पांडेय और दीपक साव पांडेय गिरोह से अलग होकर अपना गिरोह चला रहे थे। पुलिस ने भरत पांडेय की गाड़ी के ड्राइवर को हिरासत में लिया है। दो एवं चार पहिया वाहन से करीब आठ की संख्या में अपराधी इन्हें मारने पहुंचे थे। एसपी रीष्मा रमेशन अहले सुबह घटनास्थल पर पहुंच गई थी।

डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम घटनास्थल पर पहुंचीं और अपराधियों के खिलाफ सबूत इकट्ठा किया। दोनों अपराधियों को एकदम सटा कर गोली मारी गई। एफएसएल टीम के पड़ताल के बाद शव को घटना के 15 घंटे बाद पाेस्टमार्टम के लिए मेदिनीनगर भेजा गया है।