डॉ दीपक प्रसाद को मिला आचार्य चाणक्य सम्मान

डॉ दीपक प्रसाद को मिला आचार्य चाणक्य सम्मान

गुमला : विलक्षणा एक सार्थक पहल समिति अजायब (हरियाणा) की ओर से युवा रंगकर्मी डॉ दीपक प्रसाद को आचार्य चाणक्य सम्मान 2024 से नवाजा गया है। यह सम्मान उन्हें शिक्षा, सामाजिक दायित्व, साहित्य, संस्कृति, कला एवं शोध उपलब्धियों के क्षेत्र में उल्लेखनीय एवं अ‌द्वितीय सेवा प्रदान करने के लिये दिया गया है। इसके पूर्व भी उन्हें महर्षि वाल्मीकि सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया है।

बहुमुखी प्रतिभा के धनी वरिष्ठ युवा रंगकर्मी डॉ दीपक प्रसाद, अभिनेता, रंगनिर्देश, समाजसेवी एवं प्राध्यापक, वर्तमान में रांची विश्वविद्यालय रांची के कार्तिक उरांव महाविद्यालय गुमला बीएड संकाय में 2016 से परफॉर्मिंग आर्ट (नाट्य कला) विषय विशेषज्ञ सहायक आचार्य के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं। इनके प्रयास से ही केंद्रीय विश्ववि‌द्यालय झारखंड में नाट्य विभाग की स्थापना हुई। जिसमें इन्होंने ढाई वर्ष तक अपनी सेवा भी दी।

डॉ प्रसाद पिछले 22 वर्षों से रंगकर्म, अभिनय, निर्देशन, लेखन, पत्रकारिता एवं शिक्षण- शिक्षा, समाज सेवा के क्षेत्र में बहु‌मूल्य योगदान देते आ रहे हैं। डॉ दीपक झारखंड ही नहीं देश के विभिन्न राज्यों में भी नाटक की प्रस्तुति करते रहे हैं।विभिन्न शिक्षण संस्थानों, विभागों, महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में कार्यशालाएं एवं नाट्य मंचन करा चुके हैं। डॉ प्रसाद कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में अपने व्याख्यान की प्रस्तुति दे चुके हैं।

डॉ दीपक की प्रारंभिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा अपने गांव की सरकारी स्कूल में संपन्न हुई। उच्च शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय दिल्ली से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक एवं अभिनय कला में एक वर्षीय नाट्य प्रशिक्षण राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की शाखा हिमाचल कला संस्कृति एवं शोध संस्थान, मंडी, हिमाचल प्रदेश, से प्राप्त किया तदुपरांत स्नातकोत्तर नाटक कला में एशिया की पहली फाइन आर्ट विश्वविद्यालय इंदिरा कला संगीत विश्ववि‌द्यालय खैरागढ़ छत्तीसगढ़ से प्राप्त किया। डॉक्टरेट की उपाधि विनोबा भावे विश्ववि‌द्यालय, हजारीबाग द्वारा प्रदान की गई।

इनके कई शोध आलेख देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में भी प्रकाशित हो चुकीं है। इन्होंने अपना शोध कार्य झारखंड के लोकनाट्य एवं लोक नृत्य के ऊपर संपन्न किया। जो इस राज्य का इस विषय पर प्रथम शोध कार्य है।

इनकी बहुमुखी प्रतिभा को सम्मान करते हुये समारोह के मौके पर संस्था के अध्यक्ष डॉ सुलक्षणा अहलावत एवं सचिव डॉ विकास ने कहा की आज के इस पावन दिन के उपलक्ष में एक अप्रतिम प्रबुद्ध और प्रतिभाशाली कर्मयोगी के रूप में आपको राष्ट्रीय स्तर पर आचार्य चाणक्य सम्मान 2024 से सम्मानित करते हुये हमें असीम हर्ष और गौरव की अनुभूति हो रही है। आपको यह अलंकरण समर्पित करते हुये विलक्षणा एवं सार्थक पहल समिति अजायब रोहतक हरियाणा गौरवान्वित महसूस कर रही है।