मौकापरस्त हैं पूर्व सांसद घूरन राम : इंडिया गठबंधन

मौकापरस्त हैं पूर्व सांसद घूरन राम : इंडिया गठबंधन

बंशीधर न्यूज

गढ़वा : पूर्व सांसद घूरन राम मौकापरस्त हैं। वे जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद भी करते हैं। ये न तो किसी पार्टी के हैं और ना ही आम जनता के। इन्हें जहां भी मौका मिलता है सिर्फ अपनी रोटी सेकने के फिराक में लगे रहते हैं। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने बुधवार को शहर के चिनिया रोड स्थित होटल पद्मावती में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर उक्त बातें कही।

इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कहा कि घूरन राम को पहली बार सांसद बनने का मौका राष्ट्रीय जनता दल से ही मिला था। साथ ही वर्ष 2019 में भी महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल के सिंबल पर उन्हें टिकट दिया गया था। घूरन राम लोकसभा चुनाव महागठबंधन से लड़ा, जबकि विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को पूरी तरह से मदद किया।

भीतरघात करना उनकी फितरत रही है। वे अपने स्वार्थ की राजनीति करते हैं। आज भी वह अपने निजी स्वार्थ के लिये पाला बदल रहे हैं। नेताओं ने कहा कि घूरन राम का बयान बिल्कुल हास्यास्पद है कि अनुसूचित जाति को महागठबंधन में कोई मान-सम्मान नहीं मिलता है और ना हीं कोई पद मिला है। 

जबकि इन्हें मालूम होना चाहिये कि राजद कोटा से मंत्री बनने वाले सत्यानंद भोक्ता अनुसूचित जाति समाज से ही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उन्होंने शपथ लिया था। वर्तमान में भी उन्होंने मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के साथ मंत्री पद की शपथ लिया है। इस परिस्थिति में घूरन राम का आरोप बिल्कुल बेबुनियाद है। वे झूठ-सच बोलकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। साथ ही अपनी निजी स्वार्थ के लिये पाला बदल रहे हैं।

दलित, पिछड़ा सभी वर्गों का मान सम्मान इंडिया गठबंधन ही कर सकता है। अभी यह कमंडल की पार्टी में जाने की तैयारी में हैं। इसलिये बेतुका बयानबाजी कर रहे हैं। पूर्व सांसद घूरन यह बताएं कि इन्होंने अपने संसदीय कार्यकाल में कितने दलितों के उत्थान के लिये कौन सा कार्य किया है।

अपने कार्यकाल में तो वे अपने ही समाज के लोगों को भी अपने आसपास फटकने नहीं देते थे और न उन्हें अपने करीब सटने देते थे, ऐसे मौका परस्त लोगों से जनता को सावधान रहना चाहिये। घूरन राम ने आत्मघाती कदम उठाया है अब समाज ने भी उनसे उम्मीद रखना बंद कर दिया है।

मौके पर मुख्य रूप से जिला परिषद अध्यक्ष सह झामुमो नेत्री शांति देवी, शिक्षा विभाग के विधायक प्रतिनिधि अशर्फी राम, मुखिया मुखराम भारती, राजद के प्रधान महासचिव सह खोरीडिह पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि धर्मराज राम, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के रामनाथ श्रमिक, कांग्रेस के अनुसूचित वर्ग के अध्यक्ष इंद्रदेव बैठा आदि लोग उपस्थित थे।