एचईसी के पास 1200 करोड़ का कार्यादेश, पर प्रबंधन के पास कच्चे माल की कमी : प्रकाश विप्लव
रांची : सीपीआईएम के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि एचईसी कर्मियों का आंदोलन दो महीने से जारी है। बकाया वेतन की मांग समेत अन्य मांगों पर कर्मचारी लगातार आंदोलनरत है।
पिछले दिनों इस मामले में एचईसी के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक भी हुई थी। लेकिन बकाया वेतन भुगतान पर कोई जवाब आंदोलनरत कर्मियों को नहीं मिला। वहीं वामदलों की ओर से लगातार कर्मियों के आंदोलन को समर्थन किया जा रहा है।
प्रकाश विप्लव ने बयान जारी करते हुए कहा कि एचईसी के अधिकारियों से मिले तथ्यों से यह भी जानकारी मिली है कि एचईसी के पास तत्काल 200 करोड़ और परियोजना के लिए 1200 करोड़ का कार्यादेश भी है लेकिन इसे पूरा करने के लिए कच्चे माल की कमी है। यदि प्रबंधन गंभीर है तब उसे तुरंत कच्चे माल की आपूर्ति करना चाहिए, ताकि वहां काम शुरू हो सके। उन्होंने कहा कि पिछले 22 महीनों से मजदूरों को वेतन नहीं मिला है और उनके सामने भूखमरी की स्थिति पैदा हो गयी है। कर्मियों और मजदूरों के बच्चों को स्कूलों से निकाला जा रहा है।
एचईसी के कामगार कारखाने में काम करने के लिए रोज जा रहें हैं। प्रबंधन द्वारा कैंटीन बंद किए जाने के बाद मजदूरों द्वारा अन्य युनियनों और उस क्षेत्र के नागरिकों के सहयोग से मजदूर कैंटीन चलाया जा रहा है। इस बीच प्रबंधन और मजदूर यूनियनों के संयुक्त मोर्चा के बीच दो दौर की बातचीत के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकाला जा सका है। क्योंकि प्रबंधन इस बातचीत का नहीं कोई अभिलेख बनाता है और न ही वहां काम कैसे शुरू होगा इसका भी कोई रोड मैप बताने के लिए तैयार है। साथ ही बकाया वेतन का भुगतान किए जाने की दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए, ताकि एचईसी में उत्पादन शुरू किया जा सके।