हाल ए चित्तविश्राम हाईस्कूल : हेडमास्टर के अड़ियल रवैये से छात्रों को अब तक नहीं मिली साइकिल

हेडमास्टर के काले कारनामों से हाईस्कूल सुर्खियों में
बंशीधर न्यूज
श्री बंशीधर नगर : प्रखंड अंतर्गत पीएमश्री हाईस्कूल चितविश्राम के हेडमास्टर अमित कुमार के काले कारनामों से हाईस्कूल इन दिनों सुर्खियों में है। विद्यालय में शिक्षकों के गायब रहने, मध्याहन भोजन में कीड़ा मिलने के बाद अब बच्चों को साईकिल नहीं मिलने का नया मामला सामने आया है। यहां हेडमास्टर की कथित लापरवाही एवं अड़ियल रवैये के कारण कक्षा 8 के छात्रों को छह माह बीत जाने के बाद भी साईकिल नसीब नहीं हुआ है।
दूसरे स्कूलों में साइकिल मिलने पर पीएमश्री हाईस्कूल चित्तविश्राम के छात्र अपनी बारी का इंतजार करते रहे लेकिन उन्हें अब तक साइकिल नसीब नहीं हुआ। छात्र कक्षा 8 की परीक्षा देकर रिजल्ट के इंतजार में हैं। जानकारी के मुताबिक उक्त हाईस्कूल में पिछले सत्र में कक्षा आठवीं में लगभग 73 बच्चे अध्यनरत थे। सरकार की ओर से उन बच्चों के लिये साईकिल उपलब्ध कराई गई थी।
सूत्रों ने बताया कि हेडमास्टर के अड़ियल रवैये के कारण सरकार की ओर से साईकिल उपलब्ध कराने के 6 माह बाद भी अभी तक बच्चों को साईकिल उपलब्ध नहीं कराया गया है। जबकि प्रखंड कार्यालय से बच्चों को साईकिल उपलब्ध कराने के लिए विद्यालय के हेडमास्टर को कई बार सूचित किया गया है। फिर भी हेडमास्टर के द्वारा साईकिल का उठाव नहीं किया गया। लिहाजा साईकिल प्रखंड कार्यालय के गोदाम में धूल फांक रही है। साइकिल नहीं मिलने से स्कूल के छात्र पैदल स्कूल आते जाते रहे हैं।
प्रखंड कल्याण पदाधिकारी सोशलिस्ट राम के मुताबिक पीएमश्री हाईस्कूल चितविश्राम के हेडमास्टर को कई बार साईकिल का उठाव करने से संबंधित सूचना दी गई। किंतु उनके द्वारा अभी तक साईकिल का उठाव नहीं किया गया है। जबकि प्रखंड के अन्य सभी विद्यालयों के द्वारा ससमय साईकिल का उठाव कर बच्चों के बीच वितरित कर दिया गया है। बच्चे भी साईकिल से उत्साह के साथ स्कूल आ जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सरकार विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के लिये गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, भोजन, स्कूल कीट समेत कई सुविधा बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही है। ताकि गरीब बच्चे भी कान्वेंट स्कूल की तरह शिक्षा ग्रहण कर सकें। उन्हें तनिक भी न लगे कि वे सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। किंतु उनके मातहत सरकार की उम्मीदों पर पानी फेर दे रहे हैं। जिससे विद्यालय एवं सरकार की किरकिरी हो रही है।