मां शायर देवी धाम महोत्सव : अद्भुत हुआ कृष्ण-अर्जुन संग्राम का मंचन

मां शायर देवी धाम महोत्सव : अद्भुत हुआ कृष्ण-अर्जुन संग्राम का मंचन

बलराम शर्मा

मेराल: प्रसिद्ध मां शायर देवी धाम के पांचवे वार्षिक महोत्सव के चौथे दिन दूसरी बार आजाद नवयुवक संघ छवआना टोला के कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया। संगीतमय सचित्र मंचन में दिखाया गया की महर्षि गालव स्नान कर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने वाले थे उसी समय वायु मार्ग से गुजर रहे गंधर्व चित्रसेन का थूक उनकी अंजली में गिर जाता है।

इससे महर्षि गालव बहुत क्रोधित होते हैं। वह खुद उसे शाप न देकर दंड दिलाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण के दरबार में पहुंचे। महर्षि की बात सुनकर उनका आदर करते हुए 24 घंटे के अंदर चित्रसेन का वध करने का वचन महर्षि को दे दिया। उधर नारद ने चित्रसेन को कृष्ण द्वारा प्राण लेने की बात बताया गया। कहीं शरण नहीं मिलने पर चित्रसेन ने अपनी प्राण रक्षा के लिए महर्षि नारद की शरण में पहुंच गए।

महर्षि ने कुटिलता से कृष्ण की बहन और अर्जुन की पत्नी सुभद्रा के पास प्राण रक्षक की प्रण लेने के बाद अपनी समस्या बताने को कहा। सुभद्रा ने जैसे ही प्रण लिया, चित्रसेन ने भगवान श्री कृष्णा से अपने प्राण रक्षा करने की गुहार लगा दी। धर्म संकट में सुभद्रा ने चित्र सेन को लेकर अर्जुन के पास पहुंची तो अर्जुन ने उसकी प्राण की रक्षा के लिए भगवान श्री कृष्ण से संग्राम किया। इस मार्मिक प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा।

नाट्य प्रस्तुति में डायरेक्ट की भूमिका अभय कुमार एवं वीरेंद्र राम के निर्देशन में भगवान श्री कृष्णा का अभिनय आशुतोष शर्मा ने किया जबकि बलराम का धनंजय शर्मा, गालव ऋषि का विष्णुकांत प्रसाद, भगवान शंकर का बलराम कृष्ण शर्मा, अर्जुन का संदीप कुमार, गंधर्व का रविंद्र प्रसाद वर्मा, भीम का सूर्य प्रकाश उर्फ सड्डू, ब्रह्मा का दामोदर राम, नारद का धीरेंद्र कुमार, सुभद्रा का श्याम कुमार, चित्र का श्रवण राम, मंत्री का रमेश राम नाथन यादव ने भूमिका निभाई।