श्री बंशीधर नगर : मनरेगा का हाल बेहाल, रोजगार देने और पलायन रोकने में योजना पूरी तरह फेल

श्री बंशीधर नगर : मनरेगा का हाल बेहाल, रोजगार देने और पलायन रोकने में योजना पूरी तरह फेल

प्रखंड में मात्र 250 योजनाएं संचालित, सिर्फ 702 मजदूरों को मिला काम

नीलू चौबे

श्री बंशीधर नगर : नगर ऊंटारी प्रखंड में मनरेगा का हाल बेहाल है। यहां पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण मनरेगा कानून मजदूरों को रोजगार देने एवं पलायन रोकने में पूरी तरह से अक्षम साबित हो रहा है। यह हम नहीं प्रखंड के आंकड़े बोल रहे हैं। प्रखंड में फिलहाल मात्र 250 योजनाएं संचालित हो रही हैं। जो योजनाएं संचालित हो रही हैं उनमें सबसे अधिक अबुआ आवास, पीएम आवास एवं नाम मात्र की आम बागवानी एवं कुआं शामिल है।

उपरोक्त योजनाओं में मात्र 702 मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। जिन मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है उसमें अधिकांश आवास के पति पत्नी मजदूर हैं। जबकि प्रखंड में कुल 30 हजार 851 मजदूर निबंधित हैं।

जानकारी के मुताबिक नगर ऊंटारी प्रखंड में मनरेगा से संबंधित वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 की कुल 250 योजनाएं संचालित हो रही हैं। प्रखंड के 12 पंचायतों यथा भोजपुर में कुल 32 योजनाएं संचालित हो रही हैं। जिसमें 58 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि पंचायत में कुल 2224 मजदूर निबंधित है। इसी तरह कधवन पंचायत में कुल 4 योजनाएं संचालित है। जिसमें 16 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 1961 मजदूर निबंधित हैं।

 कोलझिकी पंचायत में 9 योजनाएं संचालित हो रही हैं। जिसमें 15 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 1773 मजदूर निबंधित हैं। चितविश्राम में कुल 15 योजनाएं संचालित हैं। जिसमें 23 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 3349 मजदूर निबंधित हैं। नरही में 32 योजनाएं संचालित हैं। जिसमें 104 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 2897 मजदूर निबंधित हैं।

कुशडंड में 28 योजनाएं संचालित हैं। जिसमें 59 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 3089 मजदूर निबंधित हैं। गरबांध में 8 योजनाएं संचालित हैं। जिसमें 27 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 2296 निबंधित हैं। हलिवंता में 15 योजनाएं संचालित हैं। जिसमें 214 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 2479 मजदूर निबंधित है।

बिलासपुर में 20 योजनाएं संचालित हैं। जिसमें 37 मजदूरों काम दिया गया है। जबकि 2217 मजदूर निबंधित हैं। हुलहुआ में 32 योजनाएं संचालित हैं। जिसमें 89 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 2930 मजदूर निबंधित हैं। पिपरडीह में 42 योजनाएं संचालित हैं। जिसमें 91 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 2710 मजदूर निबंधित हैं।

कुंबाखुर्द पंचायत में 16 योजनाएं संचालित हैं। जिसमें 69 मजदूरों को काम दिया गया है। जबकि 2996 मजदूर निबंधित है। मजदूरों को रोजगार नहीं मिलने के कारण मजदूर रोजगार के लिये पलायन करने को विवश हैं।

दो माह से लंबित है मजदूरी भुगतान

प्रखंड में पिछले दो माह से मनरेगा मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं हो सका है। बकाया मजदूरी भुगतान नहीं होने के कारण मजदूरों के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मजदूर बकाया मजदूरी भुगतान के लिये पंचायत से लेकर प्रखंड कार्यालय तक चक्कर काट रहे हैं।