राजकीय श्री बंशीधर महोत्सव में अश्लील गाने व डांस पर राज्य सरकार गंभीर, वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र

राजकीय श्री बंशीधर महोत्सव में अश्लील गाने व डांस पर राज्य सरकार गंभीर, वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र

• कार्यक्रम के लिए आवंटित राशि की ऑडिट कराने की अनुशंसा

• दोषी लोगों पर कार्रवाई पर दिया जोर

• महोत्सव का दायित्व जिले के डीसी को न देकर विभागीय सचिव या प्रमंडलीय आयुक्त को दिए जाने की आवश्यकता जताई

नीलू चौबे

श्री बंशीधर नगर : राज्य सरकार राजकीय श्री बंशीधर महोत्सव में अश्लील गाने व डांस पर गंभीर है। प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने इस मामले में मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने मुख्य सचिव से राजकीय महोत्सव में कथित गड़बड़ी, मनमानी एवं अश्लील गानों की प्रस्तुति और डांस से संबंधित मामले में दोषी लोगों पर कार्रवाई करने को कहा है। साथ ही कार्यक्रम के लिए आवंटित राशि की ऑडिट कराने की अनुशंसा भी की है। महोत्सव का दायित्व जिले के डीसी को न देकर विभागीय सचिव या प्रमंडलीय आयुक्त को दिए जाने की आवश्यकता बताई है।

वित्त मंत्री श्री किशोर ने मुख्य सचिव को भेजे पत्र में लिखा है कि 19 एवं 20 मार्च को गढ़वा जिले के श्री बंशीधर नगर में संपन्न राजकीय श्री बंशीधर महोत्सव में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अश्लील गानों की प्रस्तुति से राजकीय महोत्सव की छवि धूमिल हुई है। समाचार पत्रों में प्रकाशित तथा सोशल मीडिया में प्रसारित दृश्य के अनुसार राजकीय महोत्सव गढ़वा जिले के अधिकारियों का महोत्सव बन कर रह गया।

महोत्सव को देखने पहुंचे लोगों को प्रवेश पत्र दिखाने के बाद भी गंतव्य तक जाने से रोका गया। नाराज लोगों ने कुर्सियां तोड़ दी। महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यकम के नाम पर अश्लील गानों को परोसा गया, अश्लील गानों पर मंच के सामने बैठे लोग (संभवतः जिला प्रशासन के अधिकारी) झूमते नजर आ रहे थे। महोत्सव को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने की जिम्मेवारी गढ़वा डीसी की थी।

जानकारी के अनुसार राजकीय महोत्सव पर अधिकतम 80 लाख रूपए बजटीय प्रावधान निर्धारित है, जिसके विरूद्ध 50 लाख रूपए अग्रिम के रूप में जिला प्रशासन गढ़वा को उपलब्ध राशि से शास्त्रीय संगीत, उत्कृष्ट कवि सम्मेलन, आदिवासी लोक नृत्य, प्रतिष्ठित बांसुरी वादन आदि जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन न कर भोजपुरी संगीत के माध्यम से अश्लील गानों के प्रस्तुतिकरण से श्री बंशीधर महोत्सव की भव्यता और दिव्यता भंग हुई है।

सोशल मीडिया पर प्रसारित खबर के अनुसार कार्यक्रम में आये हुए कुछ कलाकारों के समक्ष शराब और मांस परोसा गया। उन्होंने लिखा है कि जिला प्रशासन गढ़वा के द्वारा आयोजित मर्यादित कार्यक्रम से प्रशासन की छवि धूमिल हुई है। उन्होंने महोत्सव के लिए आवंटित राशि की ऑडिट कराने की अनुशंसा की है। साथ ही अमर्यादित कार्यक्रम के लिए दोषी अधिकारियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्रवाई किये जाने पर जोर दिया है। उन्होंने राजकीय महोत्सव का दायित्व जिले के डीसी को न देकर विभागीय सचिव या प्रमंडलीय आयुक्त को दिए जाने की आवश्यकता बताई है।