अफसरों की मनमानी चरम पर, आश्रित प्रमाण पत्र के लिये सीआईएसएफ जवान काट रहे चक्कर

नीलू चौबे
श्री बंशीधर नगर : गढ़वा जिले में अफसरों की मनमानी चरम पर है। मनमानी का आलम यह है कि देश की सुरक्षा में तैनात जवान को आश्रित प्रमाण पत्र के लिये अंचल कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है। यह मामला जिले के भवनाथपुर अंचल कार्यालय का है। यहां सीआईएसएफ के जवान को 10 दिनों तक अंचल कार्यालय का चक्कर काटने के बाद भी जब प्रमाण पत्र नहीं मिला तो उन्होंने एसडीओ से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।
जानकारी के मुताबिक भवनाथपुर अंचल अंतर्गत मकरी गांव निवासी व सीआईएसएफ का जवान छोटन कुमार यादव आश्रित प्रमाण पत्र बनवाने के लिये जरूरी कागजात के साथ अंचल कार्यालय में आवेदन दिया था। आवेदन देने के बाद वे प्रमाण पत्र के लिये लगातार दौड़ते रहे। किंतु दस दिन बीत जाने के बाद भी अंचल कार्यालय से उसे प्रमाण पत्र नहीं मिल सका है।
अंचल कार्यालय से थक कर उक्त जवान ने अनुमंडल कार्यालय पहुंच कर कर्मियों को अपनी समस्या को बताई तथा शीघ्र ही प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। अनुमंडल कार्यालय के द्वारा उक्त जवान को आश्रित प्रमाण पत्र बनवाने के लिये एक फॉर्मेट देकर उसे अंचल कार्यालय भेज दिया गया तथा कहा गया कि इसी फॉर्मेट में अंचल कार्यालय में जाकर आप बनवा लें।
अंचल कार्यालय में जाने के बाद किसी ने उक्त जवान की बात नहीं सुनी और न ही उक्त फॉर्मेट लिया। उन्होंने अंचल कार्यालय में अपना दुखड़ा सुनाया कहा कि उनकी छुट्टी खत्म हो गई है मुझे वापस जाना है। किंतु अंचल कार्यालय के द्वारा उसकी एक नहीं सुनी गई। पुनः मंगलवार को वह अनुमंडल कार्यालय पहुंच कर एसडीओ प्रभाकर मिर्धा से मिलकर अपनी समस्या को बताया तथा आश्रित प्रमाण पत्र के लिये अनुरोध किया।
एसडीओ ने उक्त जवान की शिकायत पर तत्काल एक्शन लेते हुये भवनाथपुर अंचल के सीओ के मोबाईल पर संपर्क किया। किंतु सीओ ने फोन रिसीव नहीं किया। अंत में एसडीओ ने भवनाथपुर अंचल के सीआई को मोबाईल पर कड़ी फटकार लगाई तथा तुरंत प्रमाण पत्र निर्गत करने का निर्देश दिया।
इस संबंध में छोटन कुमार यादव ने बताया कि वह माता पिता के मेडिकल से संबंधित आश्रित प्रमाण पत्र बनवाने के लिये लगातार अंचल कार्यालय एवं अनुमंडल कार्यालय का चक्कर काट रहा है। किंतु दस दिन बीत जाने के बाद भी उनका आश्रित प्रमाण पत्र नहीं बन सका है।
उन्होंने बताया कि आश्रित प्रमाण पत्र बहुत जरूरी है, कंपनी की ओर से लगातार इसकी मांग की जा रही है। इसके लिये छुट्टी लेकर घर आये हैं। छुट्टी भी खत्म हो गई किन्तु प्रमाण पत्र अबतक नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को वापसी का टिकट था जिसे कैंसिल कराना पड़ा, अब उसे वापस लौटने में भी काफी परेशानी होगी।
उल्लेखनीय है कि देश की सुरक्षा में तैनात जवान अपना घर बार छोड़कर ड्यूटी कर रहे हैं और सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। इसके बाद भी उक्त जवानों को एक छोटे से काम के लिये लगातार चक्कर काटना पड़ रहा है। ऐसे में उक्त जवानों को बाहर एवं अंदर दोनों मोर्चों पर लड़ना पड़ रहा है जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
उधर इस संबंध में पूछने पर एसडीओ प्रभाकर मिर्धा ने बताया कि सीआईएसएफ के जवान को आश्रित प्रमाण पत्र मिलने में देरी हुई है। जल्द ही उसे प्रमाण पत्र मिल जायेगा।