देवशयनी एकादशी आज , भगवान श्री हरि विष्णु क्षीर सागर में विश्राम करेंगे : श्रीकांत मिश्र

देवशयनी एकादशी आज , भगवान श्री हरि विष्णु  क्षीर सागर में विश्राम करेंगे : श्रीकांत मिश्र

बंशीधर न्यूज

रांची: आज देवशयनी एकादशी है। हिंदू धर्म में हर व्रत त्यौहार का विशेष महत्व है। आज यानि देवशयनी एकादशी से सभी मागंगलिक कार्य ( शादी ,विवाह , यज्ञोपवित , मुंडन नवीन गृह प्रवेश इत्यादि) वर्जित माने गए है। वहीं शास्त्रों में देवशयनी एकादशी का बड़ा ही विशेष महत्व है। क्योंकि इस दिन से भगवान विष्णु क्षीरसागर में चार महीनों के लिए शयन करने के लिए चले जाते हैं। जिससे मांगलिक कार्यक्रमों पर रोक लग जाती है। 

देव वाणी सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्रीकांत मिश्र ने बताया कि धार्मिक ग्रंथों के अनुसार आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी देवशयनी या हरिशयनी एकादशी के नाम से जानी जाती है। वही इसी दिन से आगामी 4 माह भगवान श्रीहरि विष्णु क्षीरसागर में योगनिद्रा में चले जाएंगे। इसी कारण चार माह तक शुभ कार्य नहीं होते। आपको बता दें कि इस समय से चातुर्मास भी शुरू होता है। 

आगामी 118 दिन भगवान शिव संभालेंगे सृष्टि

देव वाणी सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्रीकांत मिश्र जी ने बताया कि देवशयनी एकादशी से लेकर देव उठनी एकादशी तक सृष्टि संचालन का भार भगवान शंकर को सौंपकर आगामी 118 दिन के लिए योग निद्रा में जाकर विश्राम करेंगे।भगवान भोलेनाथ सृष्टि का कार्यभार 11 नवंबर तक अपने पास रखेंगे और वही देव उठनी एकादशी से यानि आगामी 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर पुन: श्रीहरि विष्णु जी के जागने पर उन्हें सृष्टि का संचालन सौंपेंगे।