हाल ए चित्तविश्राम हाईस्कूल : प्रभारी प्रधानाध्यापक की मनमानी से प्रतिभावान बच्चों का भविष्य अधर में

हाल ए चित्तविश्राम हाईस्कूल : प्रभारी प्रधानाध्यापक की मनमानी से प्रतिभावान बच्चों का भविष्य अधर में

प्रभारी प्रधानाध्यापक ने अपने निजी स्वार्थ के आगे प्रतिभावान छात्रों के भविष्य की चढ़ा दी बलि 

जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता में स्कूल के शामिल नहीं होने से प्रतिभाग से वंचित हुए बच्चे

कुश्ती में चैम्पियन होने के बाद भी षडयंत्र के तहत प्रतियोगिता में बच्चों को नहीं किया गया शामिल

बंशीधर न्यूज

श्री बंशीधर नगर : पीएम श्री हाईस्कूल चितविश्राम के प्रभारी प्रधानाध्यापक अमित कुमार की मनमानी के कारण प्रतिभावान बच्चों का भविष्य अधर में है। स्कूल के बच्चे प्रतियोगिताओं में जहां स्कूल स्तर से लेकर राज्य तक में बेहतर प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। लेकिन प्रभारी प्रधानाध्यापक की मनमानी के कारण बच्चों की प्रतिभा कुंठित हो रही है।

जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 में झारखंड सरकार की ओर से आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में हाईस्कूल चितविश्राम के बच्चों ने राज्यस्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर श्री बंशीधर नगर समेत गढ़वा जिले का नाम रौशन किया था। किंतु वित्तीय वर्ष 2024-25 में झारखंड सरकार की ओर से आयोजित प्रखंड स्तरीय खेलो झारखंड प्रतियोगिता में हाईस्कूल चितविश्राम के बच्चे प्रभारी प्रधानाध्यापक की मनमानी के कारण जिला स्तरीय प्रतियोगिता में स्कूल के शामिल नहीं होने से बच्चे प्रतिभाग नहीं कर सके।

सूत्र बताते हैं कि एक षडयंत्र के तहत चैम्पियन होने के बाद भी बच्चे प्रतियोगिता में शामिल होने से वंचित कर दिए गए। सरकार की ओर से स्कूल में खेल शिक्षक की पोस्टिंग भी की गई है। संयोग से खेल शिक्षक भी राष्ट्रीय स्तर के कुश्ती के खिलाड़ी के साथ-साथ एक अच्छे प्रशिक्षक भी हैं। विद्यालय में जब से खेल शिक्षक की पोस्टिंग हुई है तब से विद्यालय के बच्चे खेल में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि षडयंत्र के तहत स्कूल में पोस्टेड खेल शिक्षक को हाशिये पर धकेल कर उनकी योग्यता की धार कुंद कर दिया गया। बाद में उनका डेप्यूटेशन दूसरे स्कूल में हो गया।

सर्वविदित है कि श्री बंशीधर नगर अनुमंडल मुख्यालय के का इकलौता स्टेडियम हाईस्कूल चितविश्राम में है। स्टेडियम बनने के बाद लगातार स्थानीय प्रतिभावान बच्चों का खेल के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिल रहा था। उल्लेखनीय है मौजूदा हेमंत सोरेन की सरकार ग्रामीण स्तर पर खेल को बढ़ावा देने के लिये प्रतिवर्ष खेलो झारखंड प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है। पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर भी जिले से खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए स्वयं के स्तर से भी समय समय विभिन्न खेल प्रतियोगिता का आयोजन करते रहे हैं।

हाईस्कूल चितविश्राम में छोटा स्टेडियम होने के बाद भी राज्यस्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन हो चुका है। हाल के दिनों में गढ़वा जिले में खेल खिलाड़ियों को निखारने पर ज्यादा जोर है। लेकिन हर जगह आर्थिक लाभ की चाहत जैसी बीमारी के शिकार प्रभारी प्रधानाध्यापक ने अपने निजी स्वार्थ के आगे प्रतिभावान छात्रों के भविष्य की बलि चढ़ा दी। प्रतियोगिता में शामिल नहीं होने के कारण वैसे प्रतिभावान बच्चे आज कुंठा से ग्रस्त हैं।