क्रशर प्लांट कटिंग के विरोध में विस्थापित संघर्ष मोर्चा के धरना प्रदर्शन को दीपक प्रताप का समर्थन

क्रशर प्लांट कटिंग के विरोध में विस्थापित संघर्ष मोर्चा के धरना प्रदर्शन को दीपक प्रताप का समर्थन

सीआईएसएफ को पहले गोली मुझ पर चलानी होगी : दीपक

बंशीधर न्यूज

भवनाथपुर : टाउनशिप में स्थापित अपने जमाने में एशिया के सबसे बड़े क्रशिंग प्लांट की नीलामी के पश्चात कटिंग कार्य के विरोध में विस्थापित संघर्ष मोर्चा की ओर से सेल प्रशासनिक भवन के समक्ष के अनिश्चितकालीन धरना शुक्रवार को पांचवें दिन भी जारी रहा।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत भोजपुर गढ़ के प्रमुख व झामुमो नेता दीपक प्रताप देव एवं ताहिर अंसारी की पत्नी सोगरा बीबी ने धरनास्थल पर पहुंच कर विस्थापितों और मजदूरों का हौसला अफजाई करते हुये अपना समर्थन दिया तथा धरना पर बैठे।

उस मौके पर मजदूरों को संबोधित करते हुये दीपक प्रताप देव ने कहा कि विस्थापितों एवं मजदूरों द्वारा प्लांट कटिंग के विरोध में पिछले पांच दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, उसके बाद भी सेल प्रबंधन उनकी मांगों को अनसुना कर रहा है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। अब मजदूर खाली हाथ नहीं लौटेंगे।

सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ को चेतावनी देते हुये कहा वे लोग इसे जालियांवाला बाग नहीं बनायें नहीं तो उनकी गोली कम पड़ जायेगी। इस लड़ाई में सेल प्रबंधन के निर्देश पर सीआईएसएफ के जवान अगर गोली चलाते हैं तो पहले मुझ पर गोली चलेगी और मेरी लाश पर ही क्रशर प्लांट कटिंग होकर यहां से जायेगा।

उन्होंने कहा कि वे विस्थापित परिवार और मजदूरों के संघर्ष में अपना सर्वस्व न्यौछावर करते हुये उनके साथ खड़ा रहने एवं लड़ने के लिये तैयार हैं। पूर्व के विस्थापितों की शहादत को बेकार नहीं जाने देंगे।

श्री देव ने कहा कि इस हाड़कपाती ठंढ में मजदूरों द्वारा किये जा रहे धरना प्रदर्शन पर सेल प्रबंधन कान में तेल डालकर सोया हुआ है। सेल प्रबंधन मजदूरों की मांगों को अविलंब पूरा नहीं करता है तो यह लड़ाई आर पार की होगी। उन्होंने कहा कि सेल यहां बंद खदानों को चालू कर मजदूरों का बकाया मजदूरी भुगतान करे अन्यथा ईंट से ईंट बजा देंगे।

झामुमो नेत्री सोगरा बीबी ने कहा केंद्र में भाजपा की सरकार है, वह इतने बड़े मुद्दे पर मौन साधे हुये है। भाजपा की सरकार आम जनता को बेरोजगार बनाकर जनता को गरीबी की खाई में धकेलने का काम कर रही है।

धरना में इंटक यूनियन के सुशील चौबे, विस्थापित संघर्ष मोर्चा के बीरेंद्र साह, रामविजय साह, शंभू राम, झामुमो के ब्रजेश सिंह, गोपाल यादव, बूटा सिंह, विजय राउत समेत चपरी, सिंदूरिया, सरैया, सिंघीताली, फुलवार, कैलान, अरसली, झुमरी, धनी मंडरा व कई अन्य गांवों से बड़ी संख्या में मजदूर शामिल थे।

झामुमो नेताओं व समिति के लोगों ने प्लांट का लिया जायजा

धरना को समर्थन देने पहुंचे झामुमो नेता दीपक प्रताप देव ने सीआईएसएफ के सहायक समादेष्टा मधुसूदन महेश्वरी से प्लांट की भौतिक स्थिति का जायजा लेने का आग्रह किया। श्री माहेश्वरी ने आग्रह को स्वीकार करते हुये प्लांट का भ्रमण कराया।

उनके साथ सोगरा बीबी, इंटक नेता सुशील चौबे समेत लगभग 40 विस्थापित परिवार के सदस्यों व मजदूरों ने प्लांट के अंदर बाहर क्रशर स्क्रैप कटिंग का जायजा लिया। इस दौरान झामुमो नेताओं और विस्थापित मजदूरों ने देखा कि पिछले पांच दिनों से सेल प्रबंधन द्वारा प्लांट के कटिंग पर रोक लगा दी गई है। उनलोगों ने प्लांट काटने आये मजदूरों से भी बातचीत की।

इसके बाद उक्त सभी लोगों ने वापस धरनास्थल लौटकर कहा कि सेल के सक्षम अधिकारी 24 घंटे के अंदर धरनास्थल पर पहुंचकर मजदूरों की अन्य मांगों को पूरा नहीं करते हैं तो आंदोलन उग्र होगा।

मजदूरों में भय का माहौल

क्रशर प्लांट की नीलामी कोलकाता की एक कंपनी ने ली है। कंपनी की ओर से बिहार से प्लांट काटने के लिये मजदूर लाये गये हैं। विस्थापित संघर्ष समिति के आंदोलन से मजदूरों में भय का माहौल बना हुआ है। मजदूर बसंत कुमार, अनिल कुमार, विनय बिंद, शनि रजवार, सतेन्द्र प्रसाद समेत 20 मजदूर आंदोलन से डरे सहमें हुये हैं।

मजदूरों ने बताया कि वे लोग करीब 12 दिनों से बैठे हुये हैं, काम नहीं हो रहा है। अब हमलोग अपने घर वापस जाना चाहते हैं। हालांकि हमें घर जाने से किसी ने रोका नहीं है लेकिन बाहर हो रहे आंदोलन से डरे हुये हैं। दीपक प्रताप देव, सुशील कुमार चौबे ने मजदूरों से कहा यदि वे लोग घर जाना चाहते हैं तो बिना डर भय के जा सकते हैं, वे लोग उनके साथ हैं। हालांकि शाम में मजदूर वापस चले गये।