डॉ कौशल ने लोध फॉल का अवलोकन कर ग्रामीणों के संग वृक्षों पर किया रक्षाबंधन

पर्यावरणविद डॉ कौशल ने विजय दिवस पर किया पौधारोपण कहा, सेना से सरहद की व पौधों से समस्त ब्रह्मांड की होती है सुरक्षा
बंशीधर न्यूज
लातेहार : पर्यावरणविद डॉ कौशल किशोर जायसवाल व छतरपुर के डाली बाजार में नेशनल मोहनलाल खुर्जा पार्वती देवी पार्क व जैविक उद्यान के अध्यक्ष अरुण कुमार जायसवाल ने जिले के नेतरहाट स्थित देश के प्रसिद्ध आवासीय विद्यालय परिसर में पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ हिमाचल का कपूर और नेपाल का रुद्राक्ष का पौधा लगा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डॉ कौशल ने वहां के प्राचार्य व शिक्षकों सहित उड़ीसा बंगाल से टूर पर आये हुये स्कूली बच्चों को पर्यावरण धर्म के आठ मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ दिलाई।
उन्होंने स्कूली बच्चों को पर्यावरण धर्म के विषय में विशेष जानकारी दी। कहा कि आज ही के दिन 1971 में भारत के जांबाज जवानों ने पाकिस्तानी सेना को धूल चटाने का कार्य किया था। जिसे आज हम विजय दिवस के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने स्कूल के लाईब्रेरी व रोज बागान समेत महुआडांड़ अनुमंडल के प्रसिद्ध व झारखंड बिहार का सबसे ऊंची लॉध फाल का भी अवलोकन कर उसकी सुरक्षा के लिये ग्रामीणों के साथ वृक्षों पर रक्षाबंधन किया। डॉ कौशल ने कहा कि सेना से सरहद व पौधा से धरती और ब्रह्मांड की सुरक्षा होती है।
पर्यावरण धर्म के विधान से कन्या पूजन कर उन्होंने कहा कि सेना के जवान जिस तरह हथियार से सरहद की सुरक्षा में रात दिन लगे रहते हैं उसी तरह वे पौधरोपण कर धरती और ब्रह्मांड की सुरक्षा में अहर्निश लगे रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भीषण गर्मी के कारण प्रदूषण और जल संकट व जलवायु परिवर्तन को समय रहते नहीं रोका गया तो आने वाली पीढ़ी डायनासोर की तरह विलुप्त हो जायेगी।
नेतरहाट स्कूल के प्राचार्य संतोष कुमार और शिक्षिका श्रीमती ममता कुमारी कृषि प्रशिक्षिका, अध्यक्ष अरुण कुमार जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि हमलोगों के आदर्श ट्री मैन डॉ कौशल किशोर जायसवाल लंबे अरसे से राष्ट्रहित में पौधा वितरण, रोपण और वृक्षों पर रक्षाबंधन करते आ रहे हैं। उन्होंने देश के साथ-साथ विदेशों में भी लोगों को पर्यावरण धर्म के प्रति जागरूक किया है। इससे झारखंड ही नहीं देश के लोगों को उनपर गर्व है। आज का यह दिन हमेशा के लिये यादगार रहेगा।
श्री जायसवाल के द्वारा पूर्व में उस परिसर में लगाये गये पौधे आज वृक्ष के रूप में पर्यटकों को खूब भा रहा है। कार्यक्रम के प्रमुख लोगों में शिक्षक डॉ शिशिर सौरव, राजेश चंद्र गुप्ता, श्रीमती आश्रेम सुबनी डुंगडुंग, रमेश चंद्र पासवान, दशरथ बृजिया, रंजीत ब्रैजिया, आजाद अहमद, शकील खान, नेतरहाट पंचायत, मुखिया संदीप नगेसिया, रामदयाल राम, सरफु राम, समेत बंगाल उड़ीसा से आये हुये दोनों स्थानों पर टूरिस्ट में छात्र-छात्राएं व ग्रामीण उपस्थित थे।