प्रखंड की आम बागवानी को चट कर गये नीलगाय या फिर कार्रवाई से बचने के लिये ढूंढा गया उपाय!

प्रखंड की आम बागवानी को चट कर गये नीलगाय या फिर कार्रवाई से बचने के लिये ढूंढा गया उपाय!

प्रखंड स्तरीय मनरेगा योजनाओं की जन सुनवाई में छाया रहा आम बागवानी का मामला

जांच के दौरान प्रखंड के किसी पंचायत में सोशल ऑडिट टीम को नहीं मिले थे आम बागवानी में पौधे

लोकपाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुये कार्रवाई के लिये जिले को रिपोर्ट भेजने की बात कहा

बंशीधर न्यूज

विश्रामपुर : उंटारी रोड प्रखंड कार्यालय के सभागार में मनरेगा की योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण का प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन किया गया। प्रखंड स्तरीय सामाजिक अंकेक्षण जन सुनवाई के दौरान आम बागवानी का मामला छाया रहा। वहीं जन सुनवाई के दौरान पीएम आवास, शौचालय, पशु शेड, कूप निर्माण, भूमि समतलीकरण, वृक्षारोपण आदि की समीक्षा की गई।

जन सुनवाई के दौरान अंकेक्षक टीम के सदस्यों ने पंचायत वार मामले की सुनवाई कर पाई गई अनियमितताओं के विरुद्ध कार्रवाई के लिये ज्यूरी के समक्ष रखा। ज्यूरी के सदस्यों ने मामले का अवलोकन करते हुये आम बागवानी में पाई गई गड़बड़ी को जिला में भेजने की बातें कही। ताकि दोषी के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित किया जा सके। लोकपाल शंकर प्रसाद ने बताया कि सबसे ज्यादा गड़बड़ी आम बागवानी में किया गया है।

स्थलीय जांच के दौरान प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में किरीब 15 एकड़ जमीन पर लगाई गई बागवानी में कहीं पौधे नहीं मिली थी। जिसे जन सुनवाई में प्रमुखता से रखा गया। स्थलीय जांच से ऐसा प्रतीत हुआ कि बिना बागवानी लगाये ही राशि की निकासी कर बंदरबांट कर लिया गया है। वहीं इससे बचने के लिये नीलगायों द्वारा पौधों को नुकसान कर दिये जाने का नाटक किया जा रहा है। लोकपाल ने बताया कि मनरेगा के तहत उन पौधों को बचाने व लगाने की पूरी प्रक्रिया उसमें शामिल है।

बावजूद नीलगायों की सहारा लेकर जनप्रतिनिधि व उससे संबंधित अधिकारी सरकारी राशि को बिना काम कराये गटकना चाहते हैं, जो घोर अनियमितता को दर्शाता है। लोकपाल ने इसपर घोर नाराजगी जताते हुये इस मामले को जिले में भेज कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करवाने की बातें कही है। ताकि इसकी पुनरावृत्ति अन्य प्रखंडों में न हो। जन सुनवाई के दौरान कुल 54 मामले आये जिसमें 42 मामलों का त्वरित निष्पादन कर दिया गया।

अंकेक्षण के दौरान मजदूरी भुगतान का मामला भी ज्यादा देखा गया। ज्यूरी की भूमिका में रही प्रखंड प्रमुख अलका कुमारी की देखरेख में जन सुनवाई सम्पन्न हुई। जन सुनवाई में लोकपाल के अलावे बीडीओ श्रवण भगत, डीआरपी आश्रित तिर्की, मनोज कुमार सहित बीपीओ, मुखिया, पंचायत सचिव व रोजगार सेवक आदि शामिल थे।