मेराल हॉस्पिटल चौक दुर्गा पूजा पंडाल में नव दिवसीय श्री राम कथा का हुआ शुभारंभ

श्री राम कथा भवसागर पार करने की औषधि है : धीरू भाई जी महाराज
बलराम शर्मा
मेराल: मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की कथा में भारतीय संस्कृति तथा संस्कारों का भंडार और भवसागर पार करने की औषधि है। जो पारिवारिक संबंधों के साथ ही सामाजिक विचारधारा का अप्रतीम उदाहरण है। इसका हर एक शब्द सामाजिक मर्यादा की सीख देता है। श्री राम कथा का श्रवण और कीर्तन करने से जीव का कल्याण होता है। उपरोक्त बातें मेराल हॉस्पिटल चौक के दुर्गा पूजा पंडाल में आयोजित नौ दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा का शुभारंभ करते हुए कथा वाचक धीरूभाई जी महाराज ने कही।
उन्होंने पंडाल में बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को सीख देते हुए कहा की जिसका चरित्र समाप्त हो गया वह व्यक्ति, व्यक्ति नहीं रह जाता। पुरुष को चरित्रवान होना चाहिए, पुरुष जब चलें तो अपना आचरण संभाल कर चलें और स्त्री जब चलें तो अपना आंचल संभाल कर चलें। इससे पहले कथा मंच का शुभारंभ युवा समाजसेवी अभिषेक कुमार मेहता, प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ अनिल कुमार साह, प्रसिद्ध देवी धाम संचालन समिति के संरक्षक संजय भगत, अध्यक्ष विजय प्रसाद, दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष संतोष कुमार चंद्रवंशी, डॉ दीपक कुमार यादव, द्वारिका प्रसाद, लल्लू प्रसाद आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
श्री राम कथा के दौरान मुखिया रामसागर महतो, विधायक प्रतिनिधि डॉ लालमोहन, भाजपा मंडल अध्यक्ष रुपू महतो, मनोज कुमार जायसवाल, अमित साह, राज गुप्ता, गोवर्धन शर्मा, सत्येंद्र जायसवाल, कृष्णा कुशवाहा, संजीव कश्यप, रामप्रवेश कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष व बच्चे श्रद्धालुओं ने देर रात्रि तक संगीतमय श्री राम कथा का श्रवण किया उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन धनंजय चौधरी के द्वारा किया गया।