करप्शन का कीर्तिमान गढ़वा स्वास्थ्य विभाग के नाम, बिना एक्सपायर दवाओं को फेंककर बनाया नया कीर्तिमान

करप्शन का कीर्तिमान गढ़वा स्वास्थ्य विभाग के नाम, बिना एक्सपायर दवाओं को फेंककर बनाया नया कीर्तिमान
फेंकी गई दवाएं

पैसे का लेनदेन, सरकारी आदेशों की अवहेलना कर मनमानी, डीसी को गुमराह कर अवैध पोस्टिंग समेत कई अन्य कीर्तिमान पहले से कायम

बंशीधर न्यूज

कांडी : करप्शन का कीर्तिमान गढ़वा जिला स्वास्थ्य विभाग के नाम पर है। पैसे के लेनदेन का मामला हो या सरकार के आदेशों की अवहेलना कर मनमानी, डीसी को गुमराह कर अवैध पोस्टिंग का मामला समेत नित नए कीर्तिमान स्थापित करने वाला स्वास्थ्य विभाग बिना एक्सपायर दवाओं को फेंककर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मामला कांडी प्रखंड के है। जहां पुलिस ने एक ट्रैक्टर से अधिक सरकारी दवाओं को जब्त किया है।

सभी दवाएं सतबहिनी गेट से राजा घटहुआ गांव जाने वाली रास्ते में नदी के पास फेकी हुई थी। दवाओं को जब्त पर पुलिस कांडी थाना ले गई है। फेकी गई दवाओं में 80 फीसदी दवाओं की एक्सपायरी तिथि 2 साल के बाद की है। कुछ दवाओं की एक्सपायरी आठ महीने के बाद की है। जबकि 20 - 25 फ़ीसदी दवाएं एक्सपायर हो चुकी है।

फेकी गई दवाओं में कृमि नाशक (कीड़ा की दवा) कर्नाटका एंटीबायोटिक्स लिमिटेड की बनी हुई एल्बेंडाजोल सबसे अधिक मात्रा में पाई गई है। जिसकी एक्सपायरी डेट मार्च 2026 है। कुछ एल्बेंडाजोल गोलियों की एक्सपायरी डेट 2025 की भी है।

जबकि आयरन की गोली नेस्टर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड की बनी हुई फोलिक एसिड के कुछ दवाओं की एक्सपायरी नवंबर 2024 की है। वहीं आधा दर्जन बोरे में भरी हुई एक्सपायर हो चुकी फोलिक एसिड दवाओं की गोलियां भी जब्त की गई हैं। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।

एफआईआर का निर्देश : सीएस

बिना एक्सपायर दवाओं को फेंके जाने के विषय में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने बताया कि दवा कहां से आया यह जांच का विषय है। मैंने एफआईआर का निर्देश दिया है, जो भी दोषी होंगे उस पर कार्रवाई होगी।