नर्सिंग में अपना करियर चुनना युवाओं के लिये बेहतर अवसर : चेयरमैन

बेरोजगार युवकों के लिये स्वर्णिम अवसर, शत प्रतिशत नौकरी की गरांटी
बंशीधर न्यूज
विश्रामपुर : प्रखंड के नौगढा में संचालित फोर्टिज मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल सह सत्य साई नर्सिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के चेयरमैन नितेश पाठक ने बेरोजगारी की समस्या को देखते हुये कहा कि नर्सिंग में अपना कैरियर चुनना आज के युवाओं के लिये स्वर्णिम अवसर प्रदान करता है।
नर्सिंग में पीएचडी की डिग्री हासिल करने के बाद मेडिकल के क्षेत्र में कई विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहकर अलग-अलग दायित्वों का निर्वहन कर रहे एक लंबे अनुभव के बाद उन्होंने युवाओं को नर्सिंग के क्षेत्र में अपना कैरियर की शुरुआत करने की सलाह दी है, ताकि उन्हें अच्छी नौकरी के साथ जीवन में स्थायित्व मिल सके। श्री पाठक नें कहा कि नर्सिंग के क्षेत्र में 100 फीसदी नौकरी की गारंटी होती है।
अच्छे कॉलेज और नियमित पढ़ाई से इस प्रोफेशन में नौकरी की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि आज जहां केंद्र सरकार का विजन देश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलना है तो वहीं सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की भी संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि एएनएम की पढ़ाई करने से जहां सीएचसी, पीएचसी, सब सेंटर, हेल्थ और वेलनेस सेंटर और नेशनल हेल्थ प्रोग्राम में अच्छी नौकरी मिलने का रास्ता प्रशस्त हो जाता है।
उन्होनें यह भी कहा कि जीएनएम को ए ग्रेड नर्स भी बोलते हैं। इसकी पढ़ाई कर लेने से ऊपर के अलावा मेडिकल कॉलेज, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, आर्मी में लेफ्टिनेंट के पद, पैरामिलिट्री में सब इंस्पेक्टर, रेलवे जैसे संस्था में इसकी काफी मांग है। इस कोर्स के बाद पोस्ट बीएससी नर्सिंग का दो वर्ष का कोर्स किया जा सकता है। बीएससी नर्सिंग करने के बाद उपरोक्त अवसर के अलावे नर्सिंग कॉलेज में टीचर बनने का रास्ता भी खुल जाता है।
इसके अलावा सरकार के नर्सिंग एडवाईजर, अस्पताल में चीफ नर्सिंग ऑफिसर, नर्सिंग सुपरिटेंडेंट, डिप्टी नर्सिंग सुपरिटेंडेंट, असिस्टेंट नर्सिंग सुपरिटेंडेंट, टीम लीडर, वार्ड इंचार्ज, इन्फेक्शन कंट्रोल नर्स, साइकेट्रिक नर्स, क्रिटिकल केयर नर्स, ओटी नर्स, कम्युनिटी हेल्थ नर्स, होम केयर नर्स इत्यादि पोस्ट पर भी काफी डिमांड है।
उन्होंने यह भी कहा कि कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के पद पर डॉक्टर के रूप में सब सेंटर और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर जॉब है जो दूसरे आयुष डॉक्टर के समकक्ष काम करने का ऑपर्च्युनिटी देता है। इसी तरह बीएससी नर्सिंग के बाद एमएससी नर्सिंग, पीएचडी नर्सिंग और पोस्ट डॉक्टरेट की भी पढ़ाई होती है। जिससे इस क्षेत्र में संपूर्णता हासिल किया जा सकता है।