सेविका एवं सहायिकाओं ने लंबित मांगों को लेकर प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर किया विरोध प्रदर्शन

सेविका एवं सहायिकाओं ने लंबित मांगों को लेकर प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर किया विरोध प्रदर्शन

सरकार आज भी हमारे योगदान की अनदेखी कर रही है : जिलाध्यक्ष

बंशीधर न्यूज

श्री बंशीधर नगर : झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले मंगलवार को सैकड़ों सेविका एवं सहायिकाओं ने अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। इसके पूर्व सेविका एवं सहायिकाओं ने बाल विकास परियोजना कार्यालय से लेकर अनुमंडल कार्यालय तक विरोध मार्च किया, जो बाद में धरना में तब्दील हो गया। धरना का नेतृत्व यूनियन की जिलाध्यक्ष कौशल्या देवी ने किया।

उन्होंने कहा कि देशभर में एकसाथ आंगनबाड़ी कर्मी आज अपने अधिकारों के लिये सड़कों पर उतर रहे हैं, लेकिन सरकार आज भी हमारे योगदान की अनदेखी कर रही है। शिक्षा और पोषण की पहली कड़ी आंगनबाड़ी होती है, लेकिन हमें अब तक न तो सम्मान मिला है और न ही स्थायित्व। उन्होंने कहा कि सरकार को मानदेय के बजाय वेतनमान लागू करना चाहिये, ताकि आंगनबाड़ी कर्मियों को एक सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिल सके।

कौशल्या देवी ने यह भी चेतावनी दी कि यदि सरकार के द्वारा इन मांगों पर शीघ्र विचार नहीं की गई तो आंदोलन को और अधिक उग्र रूप दिया जायेगा। प्रदर्शन के दौरान जब तक वेतनमान लागू नहीं होता है तब तक सेविका को 26 हजार एवं सहायिका को 13 हजार रुपये प्रति माह मानदेय देने की मांग की गई।

अन्य मांगों में आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं को मानदेय की जगह नियमित वेतनमान दिये जाने, सेवानिवृत्त कर्मियों को एकमुश्त 5 लाख की राशि के साथ पेंशन सुविधा दिये जाने, सेविकाओं को पर्यवेक्षिका पद पर पदोन्नति का अवसर देने, एफआरएस (फील्ड रिपोर्ट सिस्टम) को बंद किये जाने, सभी कर्मियों को ग्रेच्युटी का लाभ प्रदान किये जाने की मांग की गई।

प्रदर्शन में बबिता पासवान, रंजू देवी, आशा देवी, सुशील देवी, रेखा देवी, रीता देवी, रेखा श्रीवास्तव, सुशीला गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में सेविकाएं और सहायिकाएं मौजूद थीं।