हेमंत सोरेन ने राज्य के विकास के साथ-साथ सभी वर्गों के हित में किया है ऐतिहासिक कार्य : परेश तिवारी

अधिवक्ताओं ने मनाया जश्न, की आतिशबाजी, बांटी मिठाईयां
बंशीधर न्यूज
गढ़वा : राज्य मंत्री परिषद की आयोजित बैठक में अधिवक्ताओं की मांग पूरा किये जाने पर गढ़वा जिले के अधिवक्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं गढ़वा विधायक व झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के प्रति आभार व्यक्त करते हुये धन्यवाद दिया है।
शनिवार को गढ़वा के सरकारी अधिवक्ता परेश कुमार तिवारी के कार्यालय में अधिवक्ताओं ने सरकार के निर्णय के प्रति खुशी का इजहार किया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर एवं आतिशबाजी कर जश्न मनाया। मौके पर सरकारी अधिवक्ता परेश तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के विकास के साथ-साथ सभी वर्गों के हित में ऐतिहासिक कार्य किया है।
झारखंड राज्य गठन के 23 वर्षों में हेमंत सोरेन सबसे बेहतर मुख्यमंत्री साबित हुये। उन्होंने कहा कि 27 जनवरी 2023 को मुख्यमंत्री अधिवक्ता संवाद कार्यक्रम में किये सभी वादों को 6 सितंबर को मुख्यमंत्री ने पूरा कर दिया। श्री तिवारी ने झारखंड सरकार से 6 सितंबर को अधिवक्ता कल्याण दिवस घोषित करने की मांग की है। श्री तिवारी ने कहा कि उक्त कार्यक्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष अधिवक्ता हित में 7 सूत्री मांगों को रखा था।
मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी मांगों को पूरा करने की घोषणा की थी। उन्होंने बताया कि रिटायर्ड अधिवक्ता को झारखंड बार काउंसिल कल्याणकोष से मिलने वाली पेंशन के बराबर राशि सरकार द्वारा अनुदान के रूप में भुगतान करने की मांग की गई थी। इस पर मुख्यमंत्री ने विचार करने की घोषणा मुख्यमंत्री अधिवक्ता संवाद में की थी।
7 सूत्री मांगों में से नोटरी पब्लिक के चयन के लिये पूर्व में ही झारखंड के सरकार द्वारा विज्ञापन प्रकाशित कर दिया गया है। जबकि कोर्ट फी बढ़ोतरी को नवंबर 2023 से ही झारखंड सरकार ने घटाकर आम जनमानस को राहत दी है। मौके पर मुख्य रूप से परशुराम तिवारी, पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र कुमार पांडेय, अमरेंद्र कुमार गुप्ता, रामकृष्ण शुक्ला, प्रत्युष, महेश रंजन श्रीवास्तव, मृणाल मंजुल पांडेय, रविशंकर प्रसाद, लालजी नाथ पाठक, अनिल कुमार पाठक, उपेंद्र तिवारी, विजय कुमार पांडेय, गोपेश कृष्ण सिन्हा, धर्मेंद्र मिश्रा, तृप्ति कुमारी, संजीव पांडेय, शशि भूषण तिवारी, परवेज शाहिद खान, कासिम खान, हसन इमाम, अफजल आलम, सत्यम पाल, अनूप ठाकुर, अवध चौबे, प्रेमचंद तिवारी सहित गढ़वा व्यवहार न्यायालय के कई अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।