रामनवमी महासमिति की बैठक, जुलूस नहीं निकालने का निर्णय

रामनवमी महासमिति की बैठक, जुलूस नहीं निकालने का निर्णय

दो दशक से कजरू कला के रामनवमी मैदान में जुटते हैं 30-40 गांव से रामभक्त

विश्रामपुर : जिले के पांडू प्रखंड के कजरु कला में निर्माणाधीन महावीर मंदिर के राम जानकी विवाह मंडप में रविवार को श्रीरामनवमी पूजा महासमिति की बैठक हुई। महासमिति के संस्थापक अध्यक्ष सह वरीय भाजपा नेता धर्मदेव सिंह यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में पांडू विश्रामपुर पूर्वी क्षेत्र के 30 गांव के पूजा समिति के पदाधिकारी व सदस्य शामिल हुए। बैठक में शामिल 30 गांव के पूजा समिति ने रामनवमी के सामुहिक जुलूस नहीं निकालने का निर्णय लिया है।

महासमिति के लोगों ने बताया कि अनुमंडल स्तरीय पुलिस कीओर से संस्थापक अध्यक्ष धर्मदेव सिंह यादव के विरुद्ध कई तथ्यहीन मुकदमे दर्ज कर उन्हें नाहक परेशान किया जा रहा है वहीं पुलिस पूजा समिति के लोगों को जुलूस नहीं निकालने के लिए मना भी कर रही है। इससे आक्रोशित महासमिति ने इस वर्ष गांव में ही अपने आराध्य देव मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का पूजा कर जन्मोत्सव मनाने व सामुहिक जुलूस नहीं निकालने निर्णय लिया है।

बता दें निर्माणाधीन मंदिर परिसर में पिछले दो दशक से 30 गांव के पूजा समिति जुटकर झंडों का मिलान, झांकी का प्रदर्शन, व रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम भोजपुरी दो गोला गायन मुकाबला का आयोजन करते रही है। महासमिति का कहना है कि इस बार संस्थापक अध्यक्ष के विरुद्ध कई तथ्यहीन मुकदमे कर उन्हें परेशान किया जा रहा है जिससे उनमें पुलिस कब प्रति घोर निराशा व आक्रोश है।

महासमिति के संस्थापक अध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहेब ने संविधान में सभी जाति धर्म के लोगों को अपने पूजा पद्धति के अनुसार पर्व मनाने की अधिकार दिया है लेकिन यहां की पुलिस उन्हें पर्व मनाने से रोक रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कमेटी प्रखंड के लेकर सूबे के राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित जिले के सभी संबंधित अधिकारियों को लिखित आवेदन देकर मामले को सुलझाने का अनुरोध किया है।

स्थानीय प्रशासन मामला सुलझाने के बजाय अध्यक्ष के विरुद्ध बेबुनियाद व तथ्यहीन मामले दर्ज कर परेशान करने में लगी है जिससे यहां के लोग आहत होकर इस वर्ष सामुहिक जुलूस नहीं निकालने का बड़ा फैसला किया है। इस फैसले से महासमिति के लोगों में काफी उबाल है।