10 करोड़ की लागत से होगा तीन पुलों का निर्माण, सरकार ने दी स्वीकृति

10 करोड़ की लागत से होगा तीन पुलों का निर्माण, सरकार ने दी स्वीकृति

गढ़वा की बदहाली हुई बीते दिनों की बात, अब विकास के पथ पर तेजी से बढ़ रहा है आगे : मंत्री मिथिलेश

बंशीधर न्यूज

गढ़वा : गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के रंका व रमकंडा प्रखंड में लगभग 10 करोड़ रूपये की लागत से तीन पुलों का निर्माण किया जायेगा। झारखंड सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग ने इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत रमकंडा में दो तथा रंका में एक पुल का निर्माण किया जायेगा। इसके तहत रमकंडा प्रखंड के पंचायत चेटे में ग्राम चेटे, टेढ़ाकहुआ और बोड़ी के बीच हाठु नदी पर तीन करोड़ 94 लाख 48 हजार 700 रूपये की लागत से 96.8 मीटर लंबा उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया जायेगा।

साथ ही इसी प्रखंड के पंचायत रक्सी में ग्राम रक्सी देवी मंडप से ढ़ुलवा सीमा के समीप हड़बड़िया नाला पर दो करोड़ 78 लाख 94 हजार 500 रूपये की लागत से 58.08 मीटर लंबा उच्च स्तरीय पुल तथा रंका प्रखंड में ग्राम बाहाहारा एवं जासोबार (पानापोठी) के बीच हाठु नदी पर दो करोड़ 96 लाख 42 हजार 400 रूपये की लागत से 67.08 मीटर लंबा उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया जायेगा।

जानकारी देते हुये गढ़वा विधायक सह झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने बताया कि उक्त पुलों के निर्माण की स्वीकृति झारखंड सरकार ने प्रदान कर दी है। शीघ्र ही इसकी निविदा की प्रक्रिया पूर्ण कर निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। मंत्री ने कहा कि एक समय था जब गढ़वा विधानसभा क्षेत्र एवं गढ़वा जिले के गिनती राज्य के सबसे पिछड़े जिले में होती थी।

परंतु पिछले साढ़े चार वर्षों में स्थिति पूरी बदल गई है। गढ़वा की बदहाली अब बीते दिनों की बात हो गई है। मंत्री ने कहा कि गढ़वा विकास के पथ पर काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। अब गढ़वा पीछे मुड़कर नहीं देखने वाला है। विकास की गति में निरंतर तीव्रता ही आयेगी। उन्होंने कहा कि उक्त क्षेत्र के दर्जनों गावों के ग्रामीणों को बरसात के मौसम में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था।

लंबे समय से ग्रामीण पुल निर्माण की मांग कर रहे थे। क्षेत्र भ्रमण के दौरान वहां की स्थिति को देखकर उन्होंने ग्रामीणों से उच्च स्तरीय पुल निर्माण कराने का वादा किया था। वह वादा अब पूरा हो चुका है। मंत्री ने कहा कि काफी कम समय में पूरे गढ़वा की तस्वीर बदल गई है आने वाले समय में गढ़वा का और बेहतर रूप देखने को मिलेगा।