युवा झामुमो नेता उमा शंकर पासवान का निधन

युवा झामुमो नेता उमा शंकर पासवान का निधन

रारो गांव में शोक की लहर, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

जितेंद्र यादव

डंडई: प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत रारो गांव निवासी झारखंड मुक्ति मोर्चा के युवा नेता उमा शंकर पासवान 38 वर्ष का शुक्रवार को हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया। उनके असामयिक निधन से परिवार सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजनों के अनुसार, उमा शंकर पासवान शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे सोकर उठे, लेकिन अचानक उन्हें बेचैनी और घबराहट महसूस होने लगी।

उन्होंने अपने परिजनों को बुलाकर कहा कि उन्हें ठीक नहीं लग रहा है और घबराहट हो रही है। कुछ ही देर बाद उनका शरीर शिथिल पड़ने लगा और वह बोलना भी बंद कर दिए। परिवार के लोगों ने स्थिति को गंभीर समझते हुए फौरन एक वाहन की मदद से खरसोता गांव के एक चिकित्सक के पास ले गए, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक था।

परिजनों ने बताया कि उमा शंकर पासवान को पहले से लकवे के लक्षण थे, जिसके चलते वे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। हालांकि, उनके अचानक चले जाने की किसी को उम्मीद नहीं थी। उनके निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उमा शंकर पासवान अपने पीछे पत्नी सरिता देवी और चार बच्चों जिसमे तीन बेटे व एक बेटी समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन से परिजन गहरे सदमे में हैं और पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।

उनके असामयिक निधन पर कई जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया। शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में जीप सदस्य मोहन पासवान, जेएमएम प्रखंड अध्यक्ष राजेश मेहता, मुखिया प्रतिनिधि जितेंद्र ठाकुर, पंकज विश्वकर्मा, पूर्व उपमुखिया शिव प्रसाद यादव, शिक्षक प्राण यादव, सुशील गुप्ता,बीडीसी अरविंद पासवान प्रमुख रूप से शामिल रहे।

उनका अंतिम संस्कार गांव के श्मशान घाट में किया गया, जहां भारी संख्या में ग्रामीण और समर्थक मौजूद रहे। उनका निधन क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति माना जा रहा है। वे झामुमो के एससी मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष भी थे तथा विभिन्न पदो पर रहकर समाजसेवा के क्षेत्र में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे।