सरस्वती पूजा को लेकर संत पॉल स्कूल में बन रहा पूजा पंडाल, होगा आकर्षण का केंद्र

सरस्वती पूजा को लेकर संत पॉल स्कूल में बन रहा पूजा पंडाल, होगा आकर्षण का केंद्र

पूजा पंडाल को अंतिम स्वरूप देने में जुटी है पांच मुस्लिम कारीगरों की टीम

बंशीधर न्यूज

विश्रामपुर : ऋतुराज बसंत का आगमन और प्रकृति के नवश्रृंगार के उपरांत आत्मिक आनंद की असीम अनुभूति के आध्यात्मिक पर्व बसंत पंचमी पर विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना को लेकर इनदिनों खासकर शिक्षण संस्थानों में विशेष तैयारियां चल रही है। विश्रामपुर नगर परिषद के रेहला कस्बे में पिछले 2004 से ही संत पॉल कॉन्वेंट स्कूल में सरस्वती पूजा की विशेष तैयारी ही नहीं बल्कि इस क्षेत्र का वहां बड़ा आयोजन होते आ रहा है।

प्रत्येक वर्ष वहां कुछ विशेष व अलग करने की होड़ लगी रहती है। इसमें एक खास बात यह भी है कि आयोजक या फिर कहें स्कूल का निदेशक स्वयं क्रिश्चियन परिवार से है बावजूद धार्मिक आयोजन में केवल अपने शिक्षण संस्थान में ही नहीं बल्कि क्षेत्र में कहीं भी धार्मिक आयोजन होता है उसमें निदेशक साईमन मैथ्यू एसले बढ़ चढ़कर न सिर्फ हिस्सा लेते हैं बल्कि आर्थिक सहयोग भी करते हैं। जिसकी चर्चा आम जुबान पर होती है। दूसरी खासियत यह कि पूजा पंडाल को आकार दे रहे सभी कारीगर मुस्लिम समुदाय से होते हैं।

 थोड़ा सा भी कहीं कोई अंतर नहीं दिखता। यूं कहें कि वहां गंगा जमुनी तहजीब का यह अलग मिसाल है। इस वर्ष भी तौहीद खलीफा, सुहैल अख्तर उर्फ फंटूश, कादिर, अमानुल्लाह व नुरशाद खलीफा की टीम पूजा पंडाल को अंतिम स्वरूप देने में पिछले कई दिनों से रात दिन जुटी है। निदेशक साईमन मैथ्यू एसले ने बताया कि वे प्रत्येक वर्ष तीन से चार लाख रुपये सरस्वती पूजा में खर्च करते हैं।

वहीं रात में भक्ति जागरण का भी भव्य आयोजन होते आ रहा है। पूजा पंडाल हमेशा न सिर्फ चर्चा में होता है। बल्कि अलग हटकर भी होता है जिससे लोग इस पूजा का इंतजार करते हैं। इस बार का भी पूजा पंडाल आकर्षण का केंद्र होगा।