मेराल में परंपरागत तरीके से मनाया गया ईद उल अजहा

भाईचारगी और वतन से मोहब्बत करना हमारा ईमान है : मौलाना यासीन
बंशीधर न्यूज
मेराल: ईद उल अजहा (बकरीद) का त्योहार शनिवार को परंपरागत तरीके से मनाया गया। प्रखंड मुख्यालय सहित सभी पंचायत में स्थित ईदगाह और मस्जिदों में मुकर्रर समय पर नमाज अदा की गई। मेराल के पूर्वारा टोला स्थित ईदगाह पर नए परिधान में पहुंचे मुस्लिम धर्मावलंबियों ने नमाज अदा कर देश की अमन और खुशहाली की खुदा से दुआ मांगी। सभी को खतीब वो इमाम हजरत कारी कमालुद्दीन साहब किबला ने नमाज अदा कराई।
इस अवसर पर नूरी मस्जिद के इमाम हजरत गुलाम यासीन ने लोगों को अपनी तकरीर के माध्यम से नसीहत दी हमें कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे कि हमें भी नुकसान हो और दूसरों को भी, हमें अपने धर्म के साथ-साथ औरों का भी सम्मान करना चाहिए। मेरा देश अनेकता में एकता का देश है हम सब यहां गंगा जमुनी तहजीब को मानने वाले हैं। भाईचारगी के साथ सबसे मिलजुल कर रहें, सबसे पहले अपने वतन की हिफाजत वतन से मोहब्बत करना मेरा ईमान है।
तकरीर के बाद सभी एक दूसरे से गले मिलकर खुशी का इजहार किया। इसके बाद शुरू हुआ कुर्बानी का सिलसिला, देर शाम तक लोग एक दूसरे के यहां पहुंचकर पर्व की बधाई देते रहे। नमाज के अवसर पर मुख्य रूप से अतहर अली, जफिर, मकसूद, गुलजार, सदर मुख्तार अंसारी, बकरीद अंसारी, तजमुल हुसैन, सद्दाम, सलीम, लतीफ, अख्तर, समीम, जहूर रंगसाज, अकबर, वाजुद्दीन सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।