बाढ़ की आगोश में गढ़वा, नदियों की उफान ने रोकी शहर की गति

बंशीधर न्यूज
गढ़वा : गढ़वा में बीते 24 घंटे से रुक रुक कर हो रही तेज वर्षा ने जिले की सूरत बिगाड़ दी है। जिला मुख्यालय गढ़वा को दानरो और सरस्वती नदी ने तीन तरफ से घेर लिया। मुख्य मार्गो को छोड़ सभी मार्गों का यातायात अवरुद्ध कर दिया। तांडव का बड़ा मंजर सरस्वती नदी के तीर पर बसे मुहल्लों में देखा गया। इस बारिस ने नगर परिषद की सफाई व्यवस्था को भी नंगा कर दिया।
कई घरों में पानी का साम्राज्य कायम हो गया तो कई लोगों को सड़क अथवा खुले छत पर समय गुजारना पड़ा। डीसी शेखर जमुआर एवं एसपी दीपक कुमार पांडेय ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा भी किया। बता दें कि गढ़वा में शनिवार की शाम से लगातार वर्षा हो रही है। बीते रात तेज वर्षा ने रविवार की सुबह को जलमग्न कर दिया।
गढ़वा शहर के बीच से गुजरने वाली विलुप्त सी हो गई सरस्वती नदी ने शहर के दिपुआ, नगवा, गढ़देवी मुहल्ला और सोनपुरवा के सारे लिंक रोड पर अपना कब्जा जमा लिया। नदी के तट पर बसे खासकर नदी का अतिक्रमण कर महल बनाने वाले शहजादाओं के घर में भयंकर जल जमाव हो गया। उनका खाना पीना एवं शौचालय की व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित हो गई।
नगवां और गढ़देवी मुहल्ले का संपर्क टूट गया। दोनों मुहल्ले के बीच सरस्वती नदी पर बने पुल के ऊपर पांच फीट से ऊंचा पानी का बहाव देखा गया। इसी तरह गढ़वा मुख्य बाजार और सोनपुरवा मुहल्ले के बीच निमिया स्थान और गोशाला के समीप बने दोनों पुल नदी के तेज बहाव में डूब गया। सोनपुरवा भट्टी मुहल्ला से श्मशान जाने वाली सड़क भी पानी से भर गई। श्मशान घाट के साथ आश्रय गृह भी बाढ़ के आगोश में समा गया।
गढ़वा बस स्टैंड नदी का रूप ले लिया। सोनपुरवा स्थित कमलापुरी टेक्सटाईल और कमलापुरी ऑटोमोबाईल्स सहित शहर में बने कई अंडरग्राउंड आवास पूरी तरह डूब गये। यही हाल शहर के चिनियां रोड और साहिजना मुंहल्ला में भी देखने को मिला। यदि वर्षा नहीं रुकती है तो शहर की स्थिति और भयावह हो जायेगी। फिलवक्त जिला मुख्यालय में 12 घंटे से बिजली भी गायब है। इस कारण लोगों की परेशानियां और बढ़ गई है।