मनरेगा में गड़बड़ी मामले में दोषी वेंडर एवं अफसर पर बड़ी कार्रवाई

मनरेगा में गड़बड़ी मामले में दोषी वेंडर एवं अफसर पर बड़ी कार्रवाई

सगमा के पूर्व बीडीओ सत्यम कुमार के विरूद्ध आरोप पत्र गठित

 डीसी ने फर्जी निकासी की राशि को सूद समेत वसूल करने का दिया निर्देश तत्कालीन नाजिर व प्रभारी बीपीओ सह रोजगार सेवक से स्पष्टीकरण

बंशीधर न्यूज

गढ़वा : जिले के सगमा ब्लॉक में एडमिन फंड की राशि की फर्जी निकासी मामले में दोषी वेंडर एवं अफसर पर बड़ी कार्रवाई हुई है। डीसी शेखर जमुआर ने मामले की जांच के दौरान शिकायतकर्ता वरिष्ठ पत्रकार धीरेन्द्र कुमार चौबे की ओर से प्रेषित शिकायत पत्र में वर्णित तथ्यों की पुष्टि होने पर कार्रवाई की है। डीसी शेखर जमुआर ने सगमा के पूर्व बीडीओ सत्यम कुमार के विरूद्ध आरोप पत्र (प्रपत्र-क) गठित करते हुये उन पर कार्रवाई के लिये ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को लिखा है।

साथ ही वेंडर मेसर्स सखीचंद प्रजापति सगमा का मनरेगा में एडमिन एवं सामग्री उक्त दोनों मद का निबंधन रद्द करते हुये मनरेगा सॉफ्ट से अनफ्रीज करने के लिये मनरेगा आयुक्त व ग्रामीण विकास विभाग को पत्राचार किया है। डीसी ने सगमा के बीडीओ से आपूर्तिकर्ता द्वारा जीएसटी कटौती की गई राशि जो जमा नहीं कराई गई है एवं ईंधन हेतु भुगतान की गई कुल राशि को ब्याज समेत वसूल करते हुये एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। साथ ही एडमिन मद में ईंधन के अलावे अन्य भुगतान की गई राशि की जांच के लिये श्री बंशीधर नगर के एसडीओ को जिम्मा दिया है।

 तत्संबंधी मामले में प्रखंड नाजीर, सगमा के तत्कालीन प्रभारी बीपीओ सह रोजगार सेवक से स्पष्टीकरण पूछा है।

क्या है शिकायत

वरिष्ठ पत्रकार धीरेन्द्र चौबे ने जिले के डीसी समेत राज्य और केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के आला अधिकारियों को शिकायत पत्र भेजकर सगमा ब्लॉक में एडमिन फंड की राशि की फर्जी निकासी के लिये डीपीसी लॉग इन और जीएसटी नंबर से छेड़छाड़ कर 21 लाख 62 हजार 975 रुपये की निकासी की शिकायत की थी। उक्त फर्जी निकासी मामले में सगमा बीडीओ, मनरेगा डीपीओ और संबंधित वेंडर तीनों की भूमिका सन्देहास्पद बताते हुये मामले की जांच दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने अपने शिकायत पत्र के साथ शिकायत से संबंधित पुख्ता प्रमाण भी समर्पित किया था।

 हालांकि डीसी की ओर से श्री बंशीधर नगर के एसडीओ प्रभाकर मिर्धा के नेतृत्व में गठित तीन सदस्यीय जांच टीम ने जांच के दौरान शिकायत पत्र में वर्णित सारे तथ्य सत्य पाये हैं। क्या है मामला गढ़वा जिले के सगमा ब्लॉक में बीडीओ, मनरेगा डीपीओ और संबंधित वेंडर की कथित मिलीभगत से वित्तीय वर्ष 2022/23 में 13 लाख 30 हजार 500 एवं वित्तीय वर्ष 2023/24 में 8 लाख 32 हजार 475 समेत कुल 21 लाख 62 हजार 975 रुपये की निकासी की गई है। उक्त राशि की निकासी में वेंडर के जीएसटी नंबर में छेड़छाड़ यानी फेरबदल किया गया है। साथ ही डीपीसी लॉग इन में छेड़छाड़ कर फर्जी वेंडर बनाकर उसके खाते में पैसा डाला गया है।

डीसी साहब की ओर शुरू की गई कार्रवाई स्वागतयोग्य कदम है, लेकिन कार्रवाई अपर्याप्त है। सभी दोषी लोगों पर एफआईआर गिरफ्तारी और विभागीय कार्रवाई नहीं होने से मैं असंतुष्ट हूं, चुनाव तक इंतजार करूंगा इसके बाद राज्यस्तरीय टीम, केंद्रीय टीम से जांच कराऊंगा। इसके बाद कोर्ट की ओर रुख करूंगा। जनता की गाढ़ी कमाई और उसके टैक्स से संचित विकास की राशि से विकास कार्य के बदले उस राशि को मुगलों और अंग्रेजों और सामंती मानसिकता वालों की तरह बर्बरता से लूटने वाले अधिकारियों को जेल भेजवाऊंगा।