आउटसोर्सिंग एएनएम डॉक्टर की कुर्सी पर बैठकर करती हैं इलाज

आउटसोर्सिंग एएनएम डॉक्टर की कुर्सी पर बैठकर करती हैं इलाज

बंशीधर न्यूज

रमना : रमना प्रखंड में सामुदायिक स्वास्थ्य बने 13 वर्ष बीत जाने के बाद आज भी रमना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक विहीन हैं। इस क्षेत्र के ग्रामीण करोड़ो की लागत से बने इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लाभ नहीं ले पा रहे। एएनएम के सहारे ग्रामीणों का स्वास्थ्य समस्या का निदान हो रहा है। यहां बताते चलें कि वर्ष 2008 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री भानू प्रताप शाही ने इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का शिलान्यास किया था।

वर्ष 2011 में तत्कालीन विधायक अनंत प्रताप देव की उपस्थिति में इसका उद्घाटन हुआ था। तब से लेकर आज तक यह केंद्र चिकित्सक के लिये तरस रहा है। कुछ वर्षो तक इस केंद्र में चिकित्सक रहे और इस क्षेत्र के गरीब-मजदूर, लाचार को अच्छी चिकित्सिय सुविधा भी प्राप्त हुई। इन 13 वर्षो में इस सामुदायिक केंद्र में सूचना पट के अनुसार केवल चार ही चिकित्सक, 11 से डॉ नजीर अहमद, 2015 से अरुण कुमार, 2019 से रमेश कुमार और 2020 एस रवि करीब दो वर्षो तक रहे।

इसके बाद कोई एमबीबीएस चिकित्सक नहीं आये। इस प्रखंड के गरीब-मजदूर लोगों को इलाज के लिये सीएचओ के सहारे प्रतिनियुक्त कर दिया गया जो आज करीब दो सप्ताह से हड़ताल पर हैं। यह समुदायिक केंद्र आउटसोर्सिंग और एचआरएम एनएम के सहारे चल रहा है। इस सम्बन्ध में एएनएम बबिता कुमारी ने बतायी कि इस सेंटर में चिकित्सक के नहीं रहने से अकस्मात गंभीर रूप से पीड़ित मरीज का प्राथमिक उपचार और फिर गंभीर रूप से पीड़ित को रेफर करना दोनों ही काम हमें ही करना पड़ता है।

जिससे बहुत कठिनाई होती है। सुरक्षा प्रहरी को भी हटा दिया गया है, जिससे डर के साये में रहना पड़ता है। एएनएम इंदु कुमारी बोली कि आप लोग खाली फोटो ही खींचीयेगा की डॉक्टर भी इस सेंटर में लाईयेगा। इंदु देवी ने डॉ की कुर्सी पर बैठी हुई थी उनसे बात करने पर बोली कि हम ही अभी डॉक्टर हैं। इस संबंध में सीएस डॉ अशोक कुमार ने बताया कि डॉक्टर की कुर्सी पर बैठना सारासर गलत है। जांच कर कार्रवाई की जायेगी।