विधवा महिला एक वर्ष से अबुआ आवास के लिए ब्लॉक का लगा रही है चक्कर

विधवा महिला एक वर्ष से अबुआ आवास के लिए ब्लॉक का लगा रही है चक्कर

पैसा नहीं है तो गरीब बेसहारा का कोई सुनने वाला नहीं है, दो मासूम बच्चों के साथ कच्चे मकान में कर रही हूं गुजर बसर : रंभा कुंवर

बलराम शर्मा

मेराल : प्रखंड के गोंदा पंचायत अंतर्गत लातदाग गांव के ठेकहा टोला की एक विधवा महिला अबुआ आवास के लिए एक वर्ष से प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रही है। दो मासूम बच्चों की बेसहारा मां इसलिए दर-दर भटक रही है कि उसके पास सरकारी काम कराने के लिए पैसे नहीं है। विधवा महिला अपने बच्चों के साथ दर्जनों बार प्रखंड कार्यालय आती रही परंतु संबंधित विभाग के कोई भी अधिकारी कर्मचारी उसका सुध नहीं ली।

मंगल वार को पुनः प्रखंड कार्यालय पहुंची ठेकहा टोला निवासी रंभा कुंवर पति स्वर्गीय सुनील राम ने बताया कि अबुआ आवास के लिए एक साल से बीडीओ, मुखिया, पंचायत सचिव, आवास कोऑर्डिनेटर के पास गुहार लगा रही है लेकिन अभी तक अबुआ आवास के लिए केवल आश्वासन मिल रहा है, जबकि वरीयता सूची में अनुसूचित जाति कैटेगरी के सीरियल नंबर 23 पर मेरा नाम अंकित है।

जबकि हमसे नीचे वाले सीरियल नंबर के लोगों को आवास का लाभ पहले ही दिया गया है। विधवा महिला रंभा कुंवर ने बताया कि मेरा पति का कुछ दिन पूर्व ट्रैक्टर दुर्घटना में मौत हो गई है, उसके बाद से घर का माली हालत काफी दयनीय हो गया है, दो मासूम बच्चे को लेकर भरण पोषण करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कच्चा का जर्जर मकान में किसी तरह दिन गुजर रहा है।

उन्होंने बताया कि दयनीय स्थिति के चलते मैं पैसा नहीं दे पा रही हूं जिसके चलते मुझे अबुआ आवास अभी तक नहीं हो पाया है। न्याय की आस लगाए दर-दर भटक रही हूं। इस संबंध में बीडीओ सतीश भगत से पूछे जाने पर कहा कि वह विधवा महिला मेरे पास भी आई थी, उसके मामले को देखकर आवास का लाभ दिया जाएगा।