मनरेगा योजनाओं में डिमांड नहीं लगाने को लेकर ग्रामीणों ने बीडीओ को दिया आवेदन

मनरेगा योजनाओं में डिमांड नहीं लगाने को लेकर ग्रामीणों ने बीडीओ को दिया आवेदन

बंशीधर न्यूज

कांडी : प्रखंड अंतर्गत बलियारी पंचायत में मनरेगा योजनाओं में डिमांड नहीं लगाने को लेकर दर्जनों ग्रामीणों ने डीसी को संबोधित आवेदन बीडीओ को सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि बीपीओ कमलेश कुमार के द्वारा कांडी प्रखंड के बलियारी पंचायत में मनरेगा से संबंधित किसी भी योजना में डिमांड नहीं लगाया जा रहा है। लाभुकों के द्वारा पूछे जाने पर बीपीओ के द्वारा कहा जाता है कि कांडी प्रखंड प्रमुख सत्येंद्र कुमार पांडेय उर्फ पिंकू पांडेय ने मुझे यह निर्देश दिया है कि बलियारी पंचायत के किसी भी मनरेगा योजना में डिमांड नहीं लगाना है।

जबकि बलियारी पंचायत में पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23, और 2023-24 से लगभग 250 से अधिक योजनाएं स्वीकृत हैं। जिसका जियो टैग भी रोजगार सेवक के द्वारा किया जा चुका है। यहां तक कि जिस लाभुक के द्वारा कार्य किया गया है उनकी योजना में भी डिमांड नहीं लगाया जा रहा है। योजना कोडिंग और सैंसन में बीपीओ कमलेश कुमार के द्वारा प्रति योजना 3000 मेढ़बंदी के लिये तो 20 हजार रुपये तालाब और कुआं की कोडिंग के लिये लिया गया है।

उसके बाद भी कार्य नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों ने निवेदन किया है कि बलियारी पंचायत में डिमांड लगवाया जाय। कहा कि प्रखंड प्रमुख पिंकू पांडेय के द्वारा प्रखंड के प्रत्येक पंचायत से पैसे की उगाही की जा रही है। बलियारी पंचायत की मुखिया चंदा देवी के द्वारा जब प्रखंड प्रमुख को पैसा देने से मना किया गया तो प्रखंड प्रमुख के द्वारा बीपीओ कमलेश कुमार को यह निर्देश दिया गया कि बलियारी पंचायत में मनरेगा से संबंधित किसी भी योजना में डिमांड नहीं लगाना है।

आवेदन देने वालों में मुखिया प्रतिनिधि ललन मेहता, गोपाल बरई, धीरेंद्र कुमार मिश्रा, सुधांशु सौरभ, जेपी मेहता, मुकेश कुमार दुबे, प्रदीप मिश्रा, विकास कुमार दुबे वार्ड सदस्य वार्ड नंबर 7, राहुल कुमार, विजयकांत दुबे, अभिनव कुमार मिश्रा, अभिनंदन कुमार तिवारी, आयुष तिवारी, रमेश दुबे आदि का नाम शामिल है। क्या कहा बीपीओ ने बलियारी पंचायत में एक फुट जमीन भी कहीं खाली नहीं है जहां काम किया जाय। ऐसे में कहां काम हो सकता है। बिना काम के पैसा नहीं दिया जा सकता।

पैसा लेने का आरोप बिल्कुल झूठा व निराधार है। क्या कहते हैं प्रमुख न तो कहीं काम हुआ है न हो रहा है, तो फिर डिमांड किस बात का। ग्रामीणों के आने पर मैंने खुद बीपीओ से डिमांड लगाने को फोन किया था तो उन्होंने उक्त बातें कहीं। कुआं की योजनाओं में गलत करने वाले लोग ही आये थे। पैसा लेने के विषय में प्रखंड का एक आदमी, अफसर या स्टाफ कहे तो कि उसने पिंकू पांडेय को पैसा दिया है।