डंडई के एक छोटे बच्चे ने बनाया पूर्व विधायक का हूबहू स्केच

जितेन्द्र यादव
डंडई: प्रखंड अंतर्गत जरही गांव का 11 वर्षीय बालक अर्पण निषाद इन दिनों अपनी अद्भुत कला एवं प्रतिभा के कारण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। महज छठी कक्षा में पढ़ने वाला यह छात्र स्केचिंग की दुनिया में ऐसा नाम कमा रहा है जो बड़े-बड़े कलाकारों को भी चौंका दे। अर्पण ने हाल ही में भवनाथपुर विधानसभा के पूर्व विधायक भानु प्रताप शाही का हूबहू स्केच तैयार किया है, जिसकी सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है।
इस स्केच की खास बात यह रही कि इसे खुद पूर्व विधायक भानु प्रताप शाही ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट कर न सिर्फ अर्पण की प्रतिभा को सराहा, बल्कि उसे अपना आशीर्वाद भी दिया। उन्होंने लिखा, "जरही गांव का प्यारा बच्चा, होनहार बालक, गांव की प्रतिभा, मेरा प्यार और आशीर्वाद इसके साथ।" पूर्व विधायक के इस सार्वजनिक प्रशंसा ने अर्पण को रातोंरात क्षेत्र का सितारा बना दिया है।
अर्पण के पिता जयराम चौधरी बताते हैं कि बेटे को स्केचिंग में बचपन से ही गहरी रुचि रही है। वह अब तक कई देवी-देवताओं, नेताओं, पशु-पक्षियों आदि की तस्वीरें देखकर हूबहू स्केच बना चुका है। उसकी खासियत यह है कि वह फोटो को एक नजर देखने के बाद उतनी ही सजीवता के साथ उसे कागज पर उकेर देता है। बिना किसी प्रशिक्षण के इतनी बेहतरीन कला प्रस्तुत कर पाना वास्तव में एक अद्भुत प्रतिभा का प्रमाण है।
अर्पण गढ़वा शहर स्थित बीएसकेडी पब्लिक स्कूल का छात्र है और वर्तमान में छठी कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। इन दिनों गर्मी की छुट्टियों में वह अपने पैतृक गांव जरही आया हुआ है। यहीं रहते हुए उसने पूर्व विधायक का स्केच बनाया, जो उसकी कला यात्रा का एक अहम पड़ाव बन गया है। गांव के लोगों में अर्पण की कला को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
हर कोई उसे प्रोत्साहित कर रहा है और मानता है कि यदि इस बालक को सही प्लेटफॉर्म और मार्गदर्शन मिले तो यह न केवल गढ़वा, बल्कि पूरे राज्य का नाम रौशन कर सकता है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और समाज के बुद्धिजीवियों से अपील की है कि अर्पण जैसे होनहार बाल कलाकारों को आगे बढ़ने के लिए जरूरी संसाधन और मंच उपलब्ध कराएं जाएं।
क्योंकि प्रतिभा कहीं से भी जन्म ले सकती है, जरूरत है तो बस उसे समय पर पहचानने और संवारने की। जरही गांव का यह नन्हा कलाकार आज सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। उसकी कहानी यह बताती है कि प्रतिभा न उम्र देखती है, न साधन — बस एक सच्चा जुनून और थोड़ी सी पहचान, किसी को भी सितारा बना सकती है।