डीसी ने की ग्रामीण पाईप जलापूर्ति योजनाओं की समीक्षा, दिये कई निर्देश

डीसी ने की ग्रामीण पाईप जलापूर्ति योजनाओं की समीक्षा, दिये कई निर्देश

बंशीधर न्यूज

गढ़वा : डीसी शेखर जमुआर की अध्यक्षता में गुरूवार को समाहरणालय के सभागार में जल जीवन मिशन, गढ़वा अंतर्गत क्रियान्वित विलंब से चल रहे 14 बहु ग्रामीण पाईप जलापूर्ति योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक में डीसी ने उक्त योजनाओं की बारी-बारी से विस्तृत समीक्षा की एवं आवश्यक निर्देश दिया। डीसी ने सर्वप्रथम हेताड़ कला-बेता बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना की चर्चा की जिसमे कार्य योजना को लंबित रहने का कारण पूछा।

उपस्थित संवेदक ने बताया 4 टंकी बनकर तैयार है एवं कुछ पाईप लाईन के कार्य में समस्या है, जिसे पूर्ण कर योजना को माह अगस्त 2024 में चालू करते हुये लक्षित सभी घरों को पानी दिया जायेगा। आदर-बरडीहा बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के बारे में विलंब का कारण बताया गया कि रॉ वाटर के पाईप लाईन बिछाने में पीडब्ल्यूडी रोड के किनारे जगह नहीं होने के कारण पाईपलाईन बिछाव का रूट डायवर्ट किया गया है, जिसकी स्वीकृति के लिये संचिका संबंधित विभाग में लंबित है।

संवेदक ने बताया कि डायवर्ट रूट में कुछ फॉरेस्ट क्लीयरेंस की भी समस्या है, जिसका समाधान 2-3 दिन में करते हुये योजना के सभी घटकों का कार्य पूर्ण कर माह अगस्त 2024 में जलापूर्ति चालू कर दिया जायेगा। डीसी ने निर्देशित किया कि माह अगस्त तक योजना चालू कर जलापूर्ति कार्य चालू करें।

गोदरमाना बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना समीक्षा के क्रम में संवेदक द्वारा बताया गया कि योजना लगभग पूर्णता की स्थिति में है। इसके सभी घटकों का कार्य पूर्ण कर अगस्त में जलापूर्ति चालू कर दिया जायेगा। ओखरगाड़ा-चेचरिया बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना की चर्चा के दौरान संवेदक अनुपस्थित पाये गये, जिसके कारण इस योजना की समीक्षा नहीं किया जा सकी एवं डीसी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये संवेदक को काली सूची में डालने के लिये पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार सिंह को प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

रामपुर-टडहे बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना की कार्यप्रगति अच्छा पाया गया एवं संवेदक को माह अगस्त तक योजना को पूर्ण कर जलापूर्ति प्रारंभ करने की बात कही। बैठक में डीडीसी पशुपतिनाथ मिश्रा, सीएस डॉ अशोक कुमार, शिक्षा विभाग के पदाधिकारी, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता एवं संबंधित योजनाओं के संवेदक तथा उनके प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।