पदच्युत चालक ने नाजिर पर लगाया गंभीर आरोप, ईडी से कार्रवाई की मांग की है

13 वर्षों से मेराल में नाजीर के पद पर रहते हुये अवैध संपत्ति अर्जित करने का है आरोप
नाजीर ने कहा चालक का आरोप निराधार
बलराम शर्मा
मेराल : प्रखंड के पदच्युत चालक व ओखरगाड़ा गांव निवासी सत्य प्रकाश ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रांची को लिखित आवेदन देकर मेराल प्रखंड कार्यालय में कार्यरत नाजीर सह प्रधान सहायक सुनील कुमार पर अवैध रूप से आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाते हुये कार्रवाई करने की मांग की है। ईडी को लिखे गये पत्र में कहा गया है कि समाहरणालय लिपिक संवर्ग में लिपिक के पद पर सुनील कुमार 2004 में योगदान दिया था।
तब से 10 वर्षों तक जिला तथा डंडई प्रखंड में नाजीर के पद पर कार्यरत रहे, उसके बाद पिछले 13 वर्षों से मेराल में नाजीर के साथ संवैधानिक रूप से प्रधान सहायक के पद पर कार्य करते हुये पदाधिकारी की मिली भगत से अकूत संपत्ति अर्जित किया गया है। उनके द्वारा मनरेगा तथा 15 वें वित के रेकड़ पंजी संधारण के साथ-साथ प्रशासनिक मद में फर्जी बिल के माध्यम से लाखों रुपये की निकासी कर ली गई है।
पदाधिकारी के नजदीकी का फायदा उठाकर वित्तीय वर्ष 2020-21 में कार्यालय सुंदरीकरण के लिये आवंटित 20 लाख रुपये का फर्जी बिल बनाकर निकासी कर ली गई है। उपरोक्त आरोप लगाते हुये सत्य प्रकाश ने ईडी से कार्रवाई करने की मांग की है। आरोप निराधार है : प्रखंड नाजिर आरोप के संबंध में पूछे जाने पर नाजीर सह प्रधान सहायक सुनील कुमार ने कहा कि सत्य प्रकाश के द्वारा लगाया गया आरोप निराधार है।
उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल को किसी मामले को लेकर उपायुक्त महोदय के द्वारा दैनिक मजदूरी पर कार्यरत चालक सत्य प्रकाश को कार्य मुक्त कर दिया गया है। जिसको लेकर उन्होंने मेरे ऊपर अनर्गल आरोप लगाया है, आरोपों की जांच के लिये मैं तैयार हूं।