कांडी ने नम आंखों से दी अपने नेता को श्रद्धांजलि

बंशीधर न्यूज
कांडी: आज समूचा कांडी रो रहा है, अपने उस लाल के लिए जो गरीब गुरबों की आवाज बनकर गरीबों के हक और अधिकार के लिए पूरे राज्य में दहाड़ते रहते थे।आज सभी के आंखों में आसूं है अपने उस गार्जियन के लिए जिसने अपनी परवाह कभी नहीं की, बल्कि सदैव दूसरों के हक व अधिकार के लिए जुझते रहे। जी हां हम बात कर रहे हैं गरीब गुरबों व मजदूरों के ध्रुवतारा पूर्व सांसद व पूर्व विधायक चंद्रशेखर दुबे उर्फ़ ददई दुबे की जो इस दुनिया को अलविदा कह कर चले गये।
शनिवार को जब ददई दुबे जी का पार्थिव शरीर पैतृक आवास चोका पहुंचा तो हजारों लोग अपने ध्रुवतारा की अंतिम दर्शन के लिए लालायित थे। सभी की आंखें नम थी।स्व. दुबेजी एक ऐसी शख्सियत थे जो जीवन में कभी राजनीतिक सौदेबाजी नहीं किए बल्कि पार्टी लाइन से हटकर सही को सही और ग़लत को ग़लत कहा।
इमानदारी के मिशाल थे दुबे जी
राजनीति जीवन पंचायत के मुखिया से शुरू कर विधायक, मंत्री व सांसद बने लेकिन कभी भी विधायक मद और सांसद मद से कमीशन नहीं लिए और अफसरों को भी नहीं लेने दिया। प्रखंड व अंचल में उनके नाम से ही काम हो जाता था, क्या मजाल की क्षेत्र के लोगों द्वारा उनके नाम लेने के बाद कोई कार्य या फाइल रूक जाए? भ्रष्ट अधिकारी और बिगड़ैल नौकरशाहों को हमेशा ही उनकी औकात बताई। दुबे जी धुन के पक्के भी थे जो ठान लेते थे उसे पुरा करके ही दम लेते थे। पार्थिव शरीर को पैतृक गांव चोंका में अंतिम दर्शन के बाद दाह संस्कार हेतु वाराणसी ले जाया गया।