मानसून की बारिश से रेलवे की अंडरपास परियोजना की खुली पोल, दर्जनों वाहन फंसे

मानसून की बारिश से रेलवे की अंडरपास परियोजना की खुली पोल, दर्जनों वाहन फंसे

चार फीट से अधिक पानी भरा, यातायात ठप एम्बुलेंस और कैदी वाहन भी एक ओर खड़े रहने को हुये मजबूर

बंशीधर न्यूज

श्री बंशीधर नगर : शहर में मानसून की बारिश ने रेलवे की बहुप्रतीक्षित अंडरपास परियोजना की पोल खोल कर रख दी है। मंगलवार रात से हो रही बारिश के कारण भवनाथपुर रोड स्थित अंडरपास में चार फीट से अधिक पानी भर गया, जिससे इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। दर्जनों वाहन अंडरपास में फंस गये और कई लोग गिरकर घायल हो गये। शहर का एक बड़ा हिस्सा बाकी इलाके से कट गया।

 वहीं केतार, भवनाथपुर और खरौंधी प्रखंड के लोगों का जिला मुख्यालय से संपर्क बाधित हो गया। शाम साढ़े चार बजे के बाद कई कारें इस जलजमाव में फंस गईं, जिससे घंटों तक आवाजाही पूरी तरह बंद रही। यहां तक कि एम्बुलेंस और कैदी वाहन भी एक ओर खड़े रहने को मजबूर हो गये। ट्रैक्टर से कार को खींचकर बाहर निकाला जा रहा था। स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर बंद किये गये रेलवे क्रॉसिंग से बाईक और पैदल आने-जाने को विवश दिखे।

स्थानीय नागरिकों की चिंता है कि अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो स्थिति और भी विकट हो सकती है। यह अंडरपास न केवल आवाजाही में बाधा बन रहा है, बल्कि गंभीर दुर्घटनाओं का कारण भी बन सकता है। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और छात्रों के लिये यह मार्ग अब पूरी तरह असुरक्षित हो गया है। गौरतलब है कि अंडरपास निर्माण के बाद रेलवे द्वारा भवनाथपुर रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग को स्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।

इस निर्णय का क्षेत्रीय जनता ने जोरदार विरोध किया था। झामुमो नेता मुक्तेश्वर पांडेय के नेतृत्व में हुये प्रदर्शन में लोगों ने आरोप लगाया था कि अंडरपास का निर्माण तकनीकी दृष्टिकोण से त्रुटिपूर्ण है और इसमें जल निकासी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। प्रदर्शन के दौरान नागरिकों ने स्पष्ट चेताया था कि बारिश के समय अंडरपास में जलजमाव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने रेलवे क्रॉसिंग को बंद करना जनहित के विरुद्ध बताया था।

उस समय विधायक अनंत प्रताप देव भी धरना स्थल पर पहुंचे थे और धनबाद रेल मंडल (डीआरएम) से वार्ता कर समाधान निकालने का प्रयास किया था। हालांकि विधायक के कहने के बाद कुछ दिनों तक क्रॉसिंग को चालू रखा था। किंतु कुछ माह बाद ही रेलवे ने जनता की आशंकाओं को नजरअंदाज करते हुये क्रॉसिंग को स्थायी रूप से बंद कर दिया और अंडरपास को आवाजाही के लिये खोल दिया गया।

आज वही जनता रेलवे और स्थानीय प्रशासन से सवाल कर रही है कि जब पहले ही चेताया गया था, तो उनकी बातों को नजरअंदाज क्यों किया गया? विधायक ने डीआरएम से की बात अंडरपास की स्थिति की गंभीरता को देखते हुये विधायक अनंत प्रताप देव ने धनबाद रेल मंडल के डीआरएम से दूरभाष पर वार्ता की। उन्होंने अंडरपास में हो रही समस्याओं की जानकारी दी और रेलवे क्रॉसिंग को अविलंब खोलने की मांग रखी।

डीआरएम ने उन्हें शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया है। रेलवे क्रॉसिंग चालू करने की मांग उधर अंडरपास की वर्तमान स्थिति को देखते हुये नागरिकों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही अंडरपास से जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं की गई और रेलवे क्रॉसिंग को फिर से चालू नहीं किया गया, तो वे आंदोलन के लिये बाध्य होंगे।

 सोशल मीडिया पर कई लोगों ने जलजमाव की तस्वीरें साझा करते हुये प्रशासन को आड़े हाथों लिया है। साथ ही यह भी मांग की है कि भविष्य में यदि कोई बड़ी दुर्घटना होती है, तो उसके लिये जिम्मेदार अधिकारियों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाय।