मेराल में परंपरागत रूप से मुहर्रम संपन्न, ताजिया, सिपड़, दुलदुल और अखाड़ा के साथ निकला भव्य जुलूस

बलराम शर्मा
मेराल: हुसैन और हसन की याद में मनाया जाने वाला पर्व मुहर्रम मेराल प्रखंड में पारंपरिक व सौहार्दपूर्ण वातावरण में पहलाम के साथ रविवार की शाम में संपन्न हो गया। प्रखंड मुख्यालय में विभिन्न टोलों से ताजिया, सिपड़, दुलदुल और अखाड़ा के साथ निकला गया भव्य जुलूस का मिलनी थाना चौक पर हुआ। इस दौरान नवयुवक हसन और हुसैन की याद में जमकर मातम किया।
इसके बाद जुलूस नूरी मस्जिद चरका पत्थर पहुंचा जहां युवकों ने लाठी डंडा से पारंपरिक हैरतअंगेज कर्तव्य दिखाएं। देर शाम को जुलूस कर्बला में पहुंचकर समाप्त हुआ। इसी तरह लोवादाग, बाना, हासनदाग, तीसरटेटूका, चामा, दलेली, पचफेड़ी, ओखरगाड़ा सहित अन्य गांव में भी ताजिया, सीपड अखाड़ा के साथ मातमी जुलूस निकाला गया। ओखरगाड़ा के जुलूस में गढ़वा सदर एसडीओ संजय कुमार पांडे के पहुंचने पर मुहर्रम इंतजामिया कमेटी द्वारा उन्हें पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया।
जुलूस के दौरान कई जगहों पर समाजसेवी लोगों तथा मुहर्रम इंतजामिया कमेटी द्वारा शरबत, ठंडा पेयजल की व्यवस्था किया गया। प्रखंड मुख्यालय के जुलूस में मुख्य रूप से कारी कमालुद्दीन, अतहर अली, मौलाना यासीन, जफिर अंसारी, जहुर रंगसाज, महबूब अंसारी, नेजाम खान, असलम, मकसूद, सलीम, मुख्तार, कलाम अहमद, लतीफ अंसारी, सहित हजारों की संख्या में महिला, पुरुष व बच्चे शामिल थे।