सनातन से बड़ा कोई धर्म नहीं, सनातन से है मेरी पहचान : शहनाज

बंशीधर न्यूज
श्री बंशीधर नगर : देश की मशहूर भजन गायिका शहनाज अख्तर ने कहा कि सनातन से बड़ा कोई धर्म नहीं है। इसी का परिणाम है कि एक सौ चालीस करोड़ में अकेले वे सुरक्षित हैं। वे शुक्रवार की शाम श्री बंशीधर नगर परिसदन में पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। वे यहां श्री राम सेना के तत्वावधान में रामनवमी के मौके पर आयोजित भजन संध्या में भाग लेने पहुंची थी। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म की सबसे बड़ी खासियत है कि यहां सभी नारियों को देवी का रूप माना जाता है।
अब तो विधर्मियों को ध्यान देने की जरुरत नहीं है। अब अगर ज्यादा ध्यान ही देना है तो वे हिन्दू धर्म में आकर शामिल हों। शहनाज अख्तर ने कहा कि उनकी पहचान सनातन से है। उन्होंने कहा कि वे सन 1998 से भजन कीर्तन करती आ रही हैं। विभिन्न पूजा पंडालों में भजन कीर्तन का काम किया है। भजन कीर्तन के चलते मेरा घर भी तोड़ा गया पर, मैं हिम्मत नहीं हारी हूं। सन 2005 में भगवान भोलेनाथ की कृपा हुई और मेरा भोले बाबा से संबंधित भजन गीत आया और वायरल हो गया।
जब भी मैं किसी भी सोशल साईट पर अपना भजन रिल्स अपलोड करती हूं तो भी घर में मुझे और मेरे परिवारवालों का विरोध करते हैं। एक सवाल के जबाब में शहनाज अख्तर ने कहा कि वे विधर्मियों से डरने वाली नहीं है। हमें धमकियां मिलती रहे, लेकिन उसकी परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि कानपुर का एक लड़का आदिल खान है जिसने मेरे ऊपर रिल बनाया और कहा कि मैं धंधे वाली हूं।
उन्होंने कहा कि भारत में ऐसा कानून नहीं है जबरदस्ती धर्म परिवर्तन से हिंदू धर्म से प्रेरित होकर आई हूं। उन्होंने कहा मैं भी उसपर टिप्पणी की है की धंधा करने वालों को पर्दे की जरूरत होती है, भगवाधारी को नहीं। शहनाज अख्तर ने कहा कि बहुत सौभाग्य की बात है कि मुझे श्री बंशीधर नगर आने का मौका मिला, मैं यहां के सभी भगवाधारी भाई-बहनों को साधुवाद कहना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि श्री बंशीधर नगर आकर काफी अच्छा लगा।