विधायक के उकसावे पर डीएसओ के साथ मारपीट, अपराधियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा आंदोलन : झामुमो

विधायक के उकसावे पर डीएसओ के साथ मारपीट, अपराधियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा आंदोलन : झामुमो

बंशीधर न्यूज

गढ़वा : गढ़वा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी के उकसावे पर समाहरणालय में घुसकर भाजपा के लोगों ने खाद्य-आपूर्त्ति पदाधिकारी (डीएसओ) रामगोपाल पाण्डेय पर जानलेवा हमला किया है। यह कार्य अत्यंत ही घृणित एवं निंदनीय है। यदि पुलिस प्रशासन तत्काल इस मामले में कठोर कार्रवाई नहीं करती है तो झामुमो आंदोलन करने पर मजबूर होगा। जिसकी सारी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी। झामुमो जिलाध्यक्ष तनवीर आलम ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर उक्त बातें कही। झामुमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के लोग अब मारपीट करने पर उतारू हो गये हैं।

ऐसी घटना समाहरणालय में पहली बार घटी है। उन्होंने कहा कि गढ़वा विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलेआम पदाधिकारियों का सर फोड़ने की बात बोला था। उन्ही के उकसाने पर डीएसओ के साथ मारपीट की घटना घटी। विधायक अपने कार्यकर्त्ताओं को मारपीट, लूट-खसोट करने की खुली छूट दे रखे हैं। साथ ही वे ठेकेदारों को बुलाकर कमीशन उगाही करना चाह रहे हैं। परंतु झामुमो के रहते यह सब संभव नहीं है।

मौके पर सचिव मनोज ठाकुर, रामसागर उरांव, अशर्फी राम, ओमप्रकाश गुप्ता, जितेन्द्र दुबे, कार्तिक पाण्डेय, सुभाष उरांव, इफ्तेखार अंसारी आदि लोग उपस्थित थे। डीएसओ पर हमला, दो नामजद सहित 12 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज गढ़वा : समाहरणालय स्थित जिला आपूर्ति पदाधिकारी (डीएसओ) राम गोपाल पांडेय के कार्यालय में उनके साथ हाथापाई की गई है। घटना के बाद डीएसओ ने गढ़वा थाना में दो नामजद एवं 10 अज्ञात लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।डीएसओ ने प्राथमिकी के लिये दिये गये आवेदन में कहा है कि गुरुवार को उनके कार्यालय में पहुंचकर लोगों ने गाली-गलौज करते हुये उन पर हमला कर दिया।

आरोपी ने पहले उनके साथ दुर्व्यवहार किया फिर हाथापाई शुरू कर दी। इस संबंध में थाना प्रभारी बृज कुमार ने बताया कि इस मामले में दो नामजद हूर ग्राम निवासी सत्येंद्र तिवारी एवं गिजना ग्राम निवासी रामसुंदर तिवारी सहित 8-10 अज्ञात लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके विरूद्ध धारा 353 सहित विभिन्न धाराओं में सरकारी कार्य में बाधा डालने आदि की प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुये जांच तेज कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जायेगा।

उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी।समाहरणालय जैसे संवेदनशील क्षेत्र में इस तरह की घटना से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गई है। घटना के बाद समाहरणालय के अन्य अधिकारियों ने इसे शर्मनाक करार दिया। उनका कहना है कि कार्यालय में इस तरह की घटना न केवल प्रशासन की गरिमा को ठेस पहुंचाती है, बल्कि कार्यक्षेत्र की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करती है। इस घटना के बाद समाहरणालय की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं।

अधिकारियों ने मांग की है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिये समाहरणालय में सुरक्षा बढ़ाई जाय। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा। जांच जारी है और जल्द ही मामले से जुड़े सभी तथ्यों का खुलासा किया जायेगा।