लगातार मेहनत करने से ही जीवन में मिलेगी सफलता : डीएफओ

लगातार मेहनत करने से ही जीवन में मिलेगी सफलता : डीएफओ

समर कैंप का हुआ समापन

बंशीधर न्यूज

गढ़वा : गढ़वा जिला टेबल टेनिस संघ के तत्वाधान में चल रहे समर कैंप का समापन सोमवार को किया गया। समापन के अवसर पर समर कैंप में शामिल सभी खिलाड़ियों के बीच ड्रेस का वितरण किया गया। उस मौके पर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुये दक्षिणी वन प्रमंडल के डीएफओ एबिन बैनी अब्राहम ने कहा कि आप सभी लोगों को समर कैंप के माध्यम से टेबल टेनिस खेलने के बारे में जानकारी दी गई है।

उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन की आवश्यक हिस्सा है स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिये खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डीएफओ ने कहा कि सफलता उन्ही लोगों को मिलती है जो लगातार मेहनत करते हैं और असफलता मिलने के बाद भी जो निराश होये बिना अपने काम में लगे रहते हैं उन्हें एक दिन जरूर सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि आप सभी खिलाड़ी खेल पर ध्यान दें, आपको खेलने के लिये बेहतर सुविधा दी जायेगी।

संघ के संरक्षक अलखनाथ पांडेय ने कहा कि स्वस्थ रहने के साथ साथ बेहतर खिलाड़ी बनने के लिये खेल का अभ्यास प्रतिदिन जरूर करें। इस खेल में स्कोप बहुत बेहतर है, आप पूरे मनोयोग से खेल को खेलें। खेल में जीत हार लगा रहता है, खेल आपको मजबूत होना सीखाता है। टेबल टेनिस समर कैंप में खिलाड़ियों ने काफी उत्साह के साथ भाग लिया और खेल के बारे में जानकारी हासिल की है।

हमें उम्मीद है की आने वाले दिनों में खिलाड़ी अपने खेल की बदौलत जिले का नाम रोशन करेंगे। अध्यक्ष मदन प्रसाद केशरी ने कहा कि सीमित संसाधन में एक अच्छा प्रयास कर रहे हैं जिसमें हमको सफलता मिल रही है। जिसका परिणाम है कि जिले के 16 खिलाड़ी नेशनल खेल रहे हैं। उपाध्यक्ष धनंजय सिंह ने कहा कि टेबल टेनिस कम शहर में खेले जाते हैं और यह खेल हमारे जिले में विषम परिस्थिति में खेले जा रहे हैं।

नंदकुमार गुप्ता ने कहा कि समर कैंप में खिलाड़ियों को खेल के नियम, तकनिक के साथ साथ रणनीति के बारे में बेहतर कोच के माध्यम से दिया गया। सचिव आनंद सिन्हा ने कहा समर कैंप 17 मई से शुरू किया गया था। जिसमें 40 खिलाड़ी शामिल हुये। मौके पर संघ के उपाध्यक्ष सुशील केशरी, मुजीबुदिन खा, संतोष कश्यप, सह सचिव प्रिंस सोनी, कोषाध्यक्ष सह कोच कमलेश कुमार दुबे, अमोद कुमार पांडेय, संजय सिंह, दरोगा पासवान उपस्थित थे।