सोन नदी का जलस्तर बढ़ा, फंसे लोगों का किया गया रेस्क्यू, डीसी ने लिया जायजा

सोन नदी का जलस्तर बढ़ा, फंसे लोगों का किया गया रेस्क्यू, डीसी ने लिया जायजा

बंशीधर न्यूज

केतार : गत शनिवार को भारी वर्षा होने के कारण सारी नदियां उफान पर हैं। गढ़वा जिला से बहने वाली दो मुख्य नदी कोयल और सोन का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है। इसे लेकर आपदा विभाग ने नदी किनारे बसे लोगों और नदियों के पास जाने को लेकर चेतावनी दी है।

गढ़वा जिले के हरिहरपुर ओपी क्षेत्र के निकट सोन नदी में आई बाढ़ में रविवार की रात्रि करीब 35 लोग फंसे हुये थे। इसमें से कुछ लोग बिहार के रोहतास जिले के थे, तो कुछ लोग कांडी प्रखंड के थे। उक्त ग्रामीण सोन नदी के बीच टापुनुमा जगह पर रहकर खेतीबाड़ी और माल मवेशी चराने का काम करते थे।

इसकी जानकारी मिलते ही डीसी शेखर जमुआर, एसपी दीपक पांडेय, पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव, एसडीओ प्रभाकर मिर्धा, एसडीपीओ सत्येन्द्र नारायण सिंह, बीडीओ विकास कुमार, थाना प्रभारी रौशन कुमार रवानी, झामुमो के युवा नेता दीपक प्रताप देव ने रात्रि में ही मौजूदा स्थिति का जायजा लेने स्थल पर पहुंचे। गढ़वा जिला प्रशासन ने पूरे मामले में एनडीआरएफ से संपर्क किया और बिहार के रोहतास जिला के प्रशासन से भी संपर्क किया गया।

जिसके बाद एनडीआरएफ ने रोहतास इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सोन नदी के डीला पर फंसे 40 से ज्यादा ग्रामीणों को बाहर निकाला। सभी ग्रामीणों को रोहतास इलाके में पहुंचा दिया गया है। नदी में अचानक आये उफान के कारण लोहरगाड़ा और मेरौनी गांव के कमलेश चौधरी, शांति देवी, सुरेश चौधरी, सुनती देवी, भगमनिया देवी, मंगल चौधरी समेत कई अन्य ग्रामीण फंसे थे।

स्थानीय ग्रामीण कमलेश के अनुसार जहां ग्रामीण फंसे थे, वहां पानी लगभग घुटनों तक पहुंच गया था। ग्रामीणों की सूचना पर गढ़वा डीसी शेखर जमुआर ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कराया। सभी को एनडीआरएफ की टीम द्वारा बाहर निकाल लिया गया है। इस घटना में किसी प्रकार की जान माल की क्षति नहीं हुई है।